भारत दाल भारत आन्टा (Bharat Daal/Bharat Anta)
केंद्र सरकार ने भारत दाल को ‘भारत दाल’ के नाम में, 1 किलोग्राम के पैकेट के लिए 60 रुपये प्रति किलो और 30 किलोग्राम के पैकेट के लिए 55 रुपये प्रति किलो के पैक में खुदरा पैक में बेचने की शुरुआत की है।
इसका वितरण भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड, राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ, केन्द्रीय भंडार, और सफल की रिटेल दुकानों के माध्यम से किया जा रहा है।
दिनांक 17.07.2023 को, केंद्र सरकार ने चना दाल को ‘भारत दाल’ ब्रांड के तहत खुदरा पैकेटों में बेचने की शुरुआत की है।
भारत चना दाल का रेट
जिसमें 1 किलोग्राम पैकेट के लिए प्रति किलोग्राम 60 रुपये और 30 किलोग्राम पैकेट के लिए प्रति किलोग्राम 55 रुपये की अत्यधिक रियायती दरें हैं। इसका वितरण भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड), राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ), केन्द्रीय भंडार, और सफल की खुदरा दुकानों के माध्यम से किया जा रहा है। बाजार में चना दाल का कीमत 100-110 रुपये के बीच है।
भारत गेहूं आंटे का रेट
1 किलो गेहूं आंटे का कीमत 27 रुपये है और 10 किलो वाला पॅकिंग का रेट है 275 रुपये। जबकि अन्य कंपनी के गेहूं आंटे का बाजार में कीमत 35-40 रुपये के बीच है।
भारत पैकिंग वाले इस व्यवस्था के तहत, चना दाल राज्य सरकारों को उनकी कल्याणकारी योजनाओं, पुलिस, कारागारों के अंतर्गत आपूर्ति के लिए और राज्य सरकार नियंत्रित सहकारी समितियों और निगमों के खुदरा दुकानों के माध्यम से भी उपलब्ध होगी।
उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर दालें उपलब्ध कराने के लिए, सरकार मूल्य स्थिरीकरण कोष (PSF) के अंतर्गत 5 प्रमुख दालों, चना, तुअर, उड़द, मूंग और मसूर का बफर STOCK रखती है।
कीमतों को नियंत्रित करने के लिए बफर से भंडार को CALIBRATED और लक्षित तरीके से market में जारी किया जाता है। उपभोक्ताओं के लिए तुअर दाल में मिलिंग के लिए स्टॉक की उपलब्धता बढ़ाने के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) बफर से तुअर का निपटान लक्षित और कैलिब्रेटेड तरीके से चल रहा है।
कीमतों को नियंत्रित करने के लिए मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) और मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) बफर से चना और मूंग के भंडार लगातार बाजार में जारी किए जाते हैं। इसके अलावा, बफर से दालों की आपूर्ति राज्यों को उनकी कल्याणकारी योजनाओं के साथ ही सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को भी की जा रही है।
घरेलू उपलब्धता बढ़ाने और दालों की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए, तुअर दाल और उड़द दाल के आयात को 31.03.2024 तक ‘मुक्त श्रेणी’ के अंतर्गत रखा गया है और मसूर दाल पर आयात शुल्क 31.03.2024 तक शून्य कर दिया गया है।
सुचारु और निर्बाध आयात की सुविधा के लिए अरहर दाल पर 10 प्रतिशत का आयात शुल्क हटा दिया गया है।
शासन द्वारा जमाखोरी को रोकने के लिए, 2 जून, 2023 को आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 के अंतर्गत तुअर और उड़द पर 31 अक्टूबर, 2023 तक की अवधि के लिए भंडार की नियंत्रण सीमा लगा दी गई है।
भारत दाल भारत आन्टा की क्वालिटी कैसा है ?
चना दाल तो आप पॅकिंग में ही देख सकतें है , बहुत अच्छा चमकदार अच्छी गुणवत्ता वाला है। गेहूं आटा भी बहुत अच्छे से छना हुआ, बारीक पीसा हुआ है। इसकी रोटी भी घर के आंटे जैसा बहुत अच्छा बनता है। भारत कंपनी का दाल आन्टा बहुत अच्छा विश्वसनीय गुणवत्ता वाला है।
उपभोक्ता कार्य विभाग के ऑनलाइन भंडार निगरानी पोर्टल के माध्यम से डीलरों, आयातकों, मिल मालिकों और व्यापारियों जैसी संस्थाओं द्वारा रखी गई दालों की लगातार निगरानी की जाती है।