खरीफ वर्ष 2023-24 में छ.ग. के किसानो के लिए अनाज/ दलहन/तिलहन फसलों के बीज का सहकारी समिति एवं बीज निगम में विक्रय दर
सारणी:
राज्य स्तरीय बीज विक्रेता निर्धारण समिति की बैठक दिनांक 2932020 को आयोजित की गई थी जिसके अनुमोदन अनुसार खरीफ 2023 हेतु अनाज दलहन एवं तिलहन प्रमाणित बीजों के विक्रय दर निम्नानुसार है:
क्रमांक | फसल बीज का नाम | खरीफ 2023 में कृषकों हेतु निर्धारीत विक्रय दर (रुपए /क्विंटल) | प्रति किलो बीज का मूल्य (रुपए) |
1 | धान मोटा- जैसे महामाया, राजेश्वरी,स्वर्णा, MTU-1001 | 2800 | 28 |
2 | धान पतला- जैसे MTU-1010, HMT | 3000 | 30 |
3 | धान सुगंधित- जैसे छत्तीसगढ़ देवभोग, दुबराज, विष्णुभोग | 3400 | 34 |
4 | कोदो | 6000 | 60 |
5 | रागी | 4600 | 46 |
6 | अरहर/तुअर | 8400 | 84 |
7 | उड़द | 10250 | 102.5 |
8 | मूंग | 10100 | 101 |
9 | सोयाबीन | 8100 | 81 |
10 | मूंगफली | 9500 | 95 |
11 | तिल | 14700 | 147 |
12 | रामतिल | 11050 | 110.5 |
13 | ढेंचा (हरी खाद) | 8350 | 83.5 |
14 | सनई (हरी खाद) | 7800 | 78 |
महत्वपूर्ण बिन्दु
- आधार बीजों के विक्रय दरें प्रमाणित बीजों के विक्रय दरों से ₹100 प्रति क्विंटल अधिक होती है।
- भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में प्रावधान अनुसार उत्पादन एवं वितरण अनुदान की राशि को घटाकर बीज विक्रय दर निर्धारित किया जाता है।
बीज का प्रकार
न्यूक्लियर बीज (Nuclear Seed
या हंड्रेड परसेंट अनुवांशिक रूप से शुद्ध बीज होता है जिसमें किसी भी प्रकार का अन्य बीज या पदार्थों का मिलावट 0% होता है। इसे सबसे पहले किसी ब्रीडर/ इंस्टिट्यूट/ राज्य के कृषि विश्वविद्यालयों के द्वारा आधार भूत बीज स्टॉक से उत्पादन किया गया होता है। इसके लिए ब्रीडर द्वारा पेडिग्री सर्टिफिकेट जारी किया जाता है।
ब्रीडर बीज (Breeder Seed)
यह जो है न्यूक्लियर बीज का दूसरी पीढ़ी या प्रोजेनी होता है। जिसे बहुत बड़े क्षेत्रों में न्यूक्लियर सीड सही प्लांट ब्रीडर/ इंस्टिट्यूट/ कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत उत्पादन किया जाता है। यह भी 100% भौतिक और अनुवांशिक रूप से शुद्ध होता है। इसका टैग का कलर गोल्डन येलो कलर का होता है। इसका उपयोग आधार बीज उत्पादन के लिए किया जाता है।
आधार बीज (Foundation Seed)
यह जो है ब्रीडर सीड का दूसरी पीढ़ी या प्रोजेनी होता है जिसका उत्पादन संबंधित एजेंसियों द्वारा पब्लिक या प्राइवेट सेक्टर में सीड सर्टिफिकेशन एजेंसी के निगरानी में, क्वालिटी मेंटेन (seed standard) करते हुए उत्पादन किया जाता है। इसके लिए सफेद रंग का सर्टिफिकेट या tag दिया जाता है। रजिस्टर्ड सीड का उत्पादन किया जाता है।
उदाहरण- सहकारी समितियों में मिलने वाले अधिकांश बीज
रजिस्टर्ड बीज (Registered Seed)
आधार बीज की प्रोजेनी या अगली पीढ़ी ही होती है। इसका उत्पादन निर्धारित मानक के अनुसार जेनेटिक और फिजिकल गुणवत्ता बनाए रखते हुए उत्पादन किया जाता है। इसके लिए पर्पल कलर का टैग या प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है।
प्रमाणित धान (Certified seed Variety)
यह फाउंडेशन बीज की अगली पीढ़ी या प्रोजेनी होती है जोकि पंजीकृत बीज उत्पादकों के द्वारा बीज प्रमाणीकरण संस्थाओं के निगरानी में निर्धारित मानक के अनुसार तैयार/उत्पादन किया जाता है। इस बीज का उत्पादन करने वाले संस्था को इस बीज के लिए नीला कलर का प्रमाण पत्र या टैग प्रदान किया जाता है।
उदाहरण- सहकारी समितियों में मिलने वाले अधिकांश बीज
ट्रुथ फुल लेबल (Research Dhan/Truthful Lebel)
यह बीच seed act- 1966 के सेक्शन 5 के अनुसार उत्पादन किया जाता है या कौन सी बीच टूथ फुल लेबल कहलायेगा इसका निर्धारण सीड एक्ट 1966 के सेक्शन 5 के अनुसार निर्धारण किया जाता है। इस प्रकार का बीज बाजार में भेजने से पहले सेक्शन 6a और b के अनुसार बीच के पैकेट में लेबल लगाया जाता है, जिसमें उसका संपूर्ण गुणवत्ता डिटेल में लिखा होता है। इस कारण इस ए लेबल्ड seed भी कहते हैं। जिस कंपनी के द्वारा इसका उत्पादन किया गया होता है वह लेबल में लिखे अनुसार उसके गुणवत्ता की गारंटी भी देता है।
हाइब्रिड धान (Hybrid Variety)
यह आज के समय में सबसे फेमस बीज है इसका मुख्य कारण इसका बहुत अच्छा उत्पादन होना है। दो अलग-अलग किस्मों जिसमें अलग-अलग गुणवत्ता होता है को एक्सपर्ट्स के द्वारा क्रॉस करा कर न्यू वैरायटी बनाया जाता है जिसमें क्रॉस कराए गए दोनों किस्मों का गुण होता है। ऐसे तैयार किसी को को ही हाइब्रिड वैरायटी कहते हैं।
उदाहरण- bayer, singenta, dhaani इत्यादि किस्मों का बीज जैसे – Bayer arise gold 6444, bayer 8433 इत्यादि।
Refference-
छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड, छ. ग. शासन का उपक्रम, रायपुर का पत्र क्रमांक- मुख्य/ एस-3/ खरीफ-दर-निर्धारण/ 2023-24 दिनांक 03-04-2023।