शत-प्रतिशत अनुदान पर सांड वितरण योजना
योजना का उद्देश्य :-
1. सुदूर ग्रामीण अंचलों में जहां कृत्रिम गर्भाधान सेवा उपलब्ध नहीं है, ऐसे क्षेत्रों में नस्ल सुधार हेतु उन्नत नस्ल के सांडों द्वारा प्राकृतिक गर्भाधान की सुविधा उपलब्ध कराना ।
2. गौ सेवकों को प्राथमिकता के आधार पर अनुदान पर सांड उपलब्ध कराकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना ।
3. नस्ल सुधार के माध्यम से दुग्ध उत्पादन में वृद्धि तथा ग्रामीण कृषक परिवारों की आर्थिक स्थिति में वृद्धि किया जाना ।
योजना का विवरण –
1. योजना का स्वरुप कार्य क्षेत्र, कार्यप्रणाली-
योजनांतर्गत ग्राम पंचायत द्वारा चयनित प्रगतिशील पशु पालक अथवा गौसेवक प्रशिक्षण प्राप्त ग्रामीण बेरोजगार युवकों को उन्नत नस्ल का एक गौवंशीय सांड शत् प्रतिशत अनुदान पर प्रदाय ।
2. इकाई लागत-
1. शासकीय पशु प्रजनन प्रक्षेत्रों में उपलब्ध/राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत क्रय कर पाले गये सांड, उनके पुस्तकीय मूल्य पर, प्राथमिकता के आधार पर क्रय किये जायेंगे । शासकीय पशु प्रजनन प्रक्षेत्रों से सांड, क्रय की दशा में सांड़ों का पुस्तकीय मूल्य एवं परिवहन व्यय, सहित योजना की इकाई लागत होगी । एवं/अथवा
2. निविदा में प्राप्त, न्यूनतम दर (परिवहन सहित) सांड की इकाई लागत होगी।
3. राष्ट्रीयकृत बीमा कंपनियों की प्रचलित दरों पर सांडों का बीमा किया जावेगा। बीमा की राशि भी इकाई लागत में सम्मिलित रहेगी। यह योजना शत-प्रतिशत अनुदान पर संचालित है।
3. अनुदान-
यह योजना शतप्रतिशत अनुदान पर हैं ।
4. प्रदायक एजेंसी का निर्धारण-
1. प्रदेश के विभागीय पशु प्रजनन प्रक्षेत्रों में उपलब्ध सांड प्राथमिकता के आधार पर पुस्तकीय मूल्य पर क्रय किया जायेगः ।
2. निविदा में प्राप्त न्यूनतम दर, (परिवहन सहित) सांड की इकाई लागत होगी।