महतारी सदन योजना (Mahtari Sadan Yojna Chhattisgarh 2024)
महतारी सदन योजना क्या है? परिचय
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई महतारी सदन योजना राज्य की महिलाओं के जीवन में एक नई उम्मीद की किरण बनकर उभर सकती है। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम महतारी सदन योजना के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसके लाभ, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। इस योजना के तहत राज्य में 202 ग्राम पंचायतों को चयन किया जाएगा, जिसमें महतारी सदन या ये कहें कि ऐसा भवन बनाया जाएगा, जहां गाँव के माता-बहनों को स्वरोजगार/लघु उद्योग के बारे में ट्रैनिंग के साथ अन्य संसाधन उपलब्ध कराया जाएगा।
जिसके उपयोग से गाँव के महिलायें किसी अच्छी उत्पाद बना कर बाजार में बेच सकेंगी। अगर उनका उत्पाद पब्लिक को पसंद आ जाती है तो वे लोग इसे और बड़ा व्यवसाय के रूप में बढ़ा सकेंगे। इस तरह महिलाएं आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो पायेंगी। इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने पंचायत विभाग को 50 करोड़ रुपये दिया गया है ताकि पंचायत आवश्यक निर्माण कार्य पूरा कर सके। क्योंकि गांवों में महिलाओं के व्यक्तिगत या समूह में भी कार्य करने के लिए जगह उपलब्ध नहीं है।
हमारे राज्य में 11600 से अधिक ग्राम पंचायतें है, जिसमें से 3000 से अधिक जनसंख्या वाले गांवों का चयन किया गया है। ऐसा 688 ग्राम पंचायत है। लेकिन इस वर्ष सिर्फ 202 ग्राम पंचायतों में कार्य आरंभ होगी।
महतारी सदन योजना कितना बड़ा बनेगा और कैसे बनेगा?
इस सदन का निर्माण 119.90 वर्ग मीटर में होगा। इस सदन में भवन के साथ, बोरवेल्स, शौचालय, बॉउन्ड्रीवाल, वाटर हार्वेस्टिंग, विद्युत इत्यादि की सुविधा होगी। इस सदन में 2 ऐसे कमरे होगी जिसमें ऑफिस या दुकान के लिए उपयोग होगी। एक कार्य करने के लिए बड़ा सा हाल होगा, जो लगभग 60 वर्ग मीटर का होगा। इसके अलावा एक कीचन के साथ एक्स्ट्रा समान रखने के लिए स्टोर रूम भी बनाया जाएगा।
महतारी सदन योजना के मुख्य उद्देश्य
महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना। जिस प्रकार आज हमारे समाज में अधिकतम फैसले पुरुष ही करतें हैं, इसके अलावा बाहरी दुनिया से बहुत ज्यादा लेन-देन भी पुरुष ही करतें हैं। महिलायें भी करती हैं लेकिन बहुत कम। लेकिन देश और राज्य के चाहूमुखी विकास के लिए आज महिलाओं को पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चलने की बहुत आवश्यकता है। इसलिए महिलाओं को अपने फैसले खुद लेना पड़ेगा। आत्मनिर्भर और सशक्त होना पड़ेगा।
ग्रामीण विकास: ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और रोजगार के अवसर पैदा करना भी इस योजना का महत्वपुर्ण उद्देश्य है। आज के समय में हम देखेंगे तो हमारे राज्य के लगभग सभी गांवों के अधिकांश लोग रोजगार के तलास में अन्य राज्य जैसे – गुजरात, हैदराबाद, पुणे, नाशिक, दिल्ली जैसे राज्य/जिलें काम के तलास में जातें हैं। वहाँ कुछ समय तक कार्य करके कुछ पैसे जुटाकर पुनः अपने घर वापस आतें हैं। फिर कुछ समय अपने गाँव में रहने के बाद अच्छे और निरंतर कार्य ना मिलने के कारण कर्ज ले लेतें हैं, जिसे पुनः छूटने के लिए अन्य राज्य जाना पड़ जाता है।
यह सिलसिला चलते रहता है। अगर गाँव में ही अच्छे कार्य निरंतर मिलता रहे तो कोई भी लोग बाहर नहीं जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य बहुत सार्थक है। जब गाँव के लोगों का आय बढ़ेगा तो गाँव का भी अपने आप विकास होने लगेगा। लोगों का जीवन जीने के तरीके में बहुत अच्छा बदलाव हो पाएगा, नए-नए और बड़े मकान, नया व्यवसाय आरंभ होगा।
महिलाओं का कौशल विकास: कौशल विकास का मतलब किसी उत्पाद या सेवा बनाने में एक्सपर्ट हो जाना। इस योजना के तहत महिलाओं को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ताकि वे विभिन्न प्रकार के उत्पादों का निर्माण कर सकें। इंसान एक बहुत ही क्रिएटिव टाइप का होता है। अगर शासन उसको कोई एक चीज में ट्रैनिंग देकर एक्सपर्ट बना देती है तो वह उस ज्ञान के उपयोग से अन्य कई नई चीज भी सिख जातें हैं। अगर कोई इंसान किसी एक चीज में बहुत अच्छा है तो वह अपने विपरीत परिस्थिति में उस ज्ञान से अपने और अपने परिवार को सम्हाल सकता है।
समाजिक परिवर्तन: समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार लाना। जैसे मैंने ऊपर भी जिक्र किया है कि हमारे समाज में अधिकतर फैसले पुरुष ही करतें हैं। जबकि पुरुष शराब आदि में पैसा व्यर्थ खर्च भी कर देते हैं, लेकिन महलाएं काभी भी ऐसे गलत कामों में पैसा खर्च नहीं करती हैं, एक-एक रुपये का सही उपयोग महिलाओं को बहुत अच्छी तरह आती है। महिलायें बचत करने में भी बहुत अच्छे होतीं हैं। अगर महिलाओं पुरुषों की तरह अच्छी कमाई करने लगीं तो गांवों का विकास जरूर होगा और सामाजिक परिवर्तन जैसे- महलाओं के साथ अत्याचार, घरेलू हिंसा, अभाव ग्रस्त जिंदगी, बच्चों की अच्छी परवरिश, महिलाओं के अच्छे स्वस्थ इत्यादि में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।
महतारी सदन योजना के लाभ
रोजगार के अवसर में वृद्धि : महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। अगर कोई व्यवसाय अच्छा चलने लगेगा तो इन महिलाओं के मध्यम से गाँव के अन्य महिलाओं या पुरुषों को भी व्यवसाय मिलेगा।
महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण: महिलाएं अपने और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकती हैं। आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
समाज में सम्मान बढ़ेगा: अगर उनका व्यवसाय अच्छा चलेगा, उनका इंकम बढ़ेगा, इससे उनके रहन-सहन अच्छा होगा तो समाज में उनका सम्मान भी बढ़ेगा।
महिलाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि: जिनका आत्मविश्वास मजबूज होता है वह किसी भी परिस्थिति में अपने आप को सम्हाल लेते हैं, जब खुद अच्छी कमाई करने लगेंगे तो उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और ज्यादा अच्छे फैसले कर पायेंगी।
महतारी सदन योजना के लिए महिलाओं का पात्रता
महतारी सदन योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है:
- आवेदिका छत्तीसगढ़ की मूल निवासी होनी चाहिए।
- आवेदिका का परिवार बीपीएल श्रेणी में आता हो।
- आवेदिका स्वयं सहायता समूह की सदस्य होनी चाहिए।
- आवेदिका का उम्र 18 वर्ष से ऊपर होना चाहिए।
- इसके लिए महिलाओं का शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता नहीं है। मतलब कोई भी इच्छुक महिला भाग ले पायेंगी।
महतारी सदन योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया
महतारी सदन योजना के लिए आवेदन करने के लिए आपको संबंधित विभाग के कार्यालय में संपर्क करना होगा। आवेदन के समय आपको कुछ आवश्यक दस्तावेजों को जमा करना होगा। लेंकिन अभी यह योजना नई है, निर्माण कार्य होगी, उसके बाद महतारी सदन में कार्य करने के लिए इच्छुक महिलाओं का चयन महिला स्वयं सहायता समूह के रूप में किया जाएगा। अभी इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं आई है। इसके लिए इच्छुक महिला अपने ग्राम पंचायत सचिव/सरपंच/पंच आदि से संपर्क में रहें।
इसके लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- बीपीएल वाला राशन कार्ड
- आय प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- पेन कार्ड
- जाति एवं निवास इत्यादि।
इस लेख का निष्कर्ष
महतारी सदन योजना छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो महिलाओं के जीवन में बदलाव ला सकती है। इस योजना के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकतीं हैं और समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकतीं हैं। यदि आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आपको पंचायत विभाग से निरंतर संपर्क में रहना चाहिए। यह जैसे ही आपके जिले में शुरू होगी समाचार पत्रों में भी प्रकाशित होगी। जैसे ही कोई नई जानकारी आएगी, इस वेबसाईट के मध्यम से आप लोगों को बताया जाएगा।
Note: यह ब्लॉग पोस्ट केवल जानकारीपूर्ण उद्देश्य के लिए है। योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की विस्तृत जानकारी के लिए संबंधित विभाग से संपर्क करें।
Disclaimer: यह ब्लॉग पोस्ट किसी भी विशेष व्यक्ति या संगठन का प्रतिनिधित्व नहीं करता है।
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