धान बोनस 2024 (छत्तीसगढ़ शासन)
छत्तीसगढ़ राज्य शासन द्वारा धान उपार्जन वर्ष 2014-15 एवं 2015-16 में समर्थन मूल्य पर विक्रय किये गये धान पर कृषकों को 300/- प्रति क्विटल के मान से बोनस राशि देने का निर्णय लिया गया है। वर्ष 2014-15 एवं 2015-16 के कृषकों में से कई किसानों के बैंक खाते, आई.एफ.एस.सी. कोड एवं खाता बंद हो जाने के कारण राशि का हस्तांतरण खातों में नहीं हो पा रहा हैं।
दिनांक 25 दिसम्बर 2023 को माननीय मुख्यमंत्री जी, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बोनस राशि रिलीज की गई है, जिसमें ऐसे किसान जिनके खाते त्रुटिपूर्ण होने के कारण राशि का अंतरण नहीं हो पाया है, ऐसे खातों का संशोधन / सुधार कार्य तहसील माडयूल (तहसीलदार के आई डी) से होना हैं। जिससे सही कृषक को बोनस की राशि शीघ्रतापूर्वक अंतरित की जा सके।
- शासन द्वारा ऐसे किसानों की सूची समिति के लागिन में उपलब्ध कराई गई है जिनके खातों में बोनस का भुगतान नही हो पाया है।
- ऐसे समस्त किसानों को समिति के द्वारा सूचना दी जावेगी, ताकि किसान अपने त्रुटीपूर्ण खातों का सुधार शीघ्रतापूर्वक करा सकें।
- ऐसे समस्त किसानों के खातों में आवश्यक सुधार तहसीलदार माडयूल (तहसीलदार के आई डी ) में किया जाना है। किसान सीधे तहसीलदार को खाता में सुधार हेतु आवेदन कर सकते है।
- यदि किसान को तहसील कार्यालय में आवेदन देने में कोई परेशानी हो तो ऐसे किसानो की सहायता हेतु किसानों का आवेदन पत्र नीचे बताई गई प्रक्रिया के अनुसार समिति में प्राप्त कर समिति के माध्यम से भी संबंधित तहसीलदार को आवश्यक सुधार हेतु प्रस्तुत किये जा सकेंगे ।
धान बोनस 2024 में त्रुटीपूर्ण खातों का सुधार
A. खाता संशोधन के लिए आवेदन: उन किसानों के खातों में जिनका खाता क्रमांक एवं आई.एफ.एस.सी. कोड सुधारित किया जाना है, उनको सही खाता क्रमांक एवं आई.एफ.एस.सी. कोड प्राप्त करने के लिए आवेदन पत्र देना होगा। आवेदन पत्र के साथ किसान के आधार कार्ड और बैंक पासबुक की छायाप्रति भी देना पड़ेगा।
B. बंद खातों के लिए सुधार: जिन किसानों के खातें इन आपरेटिव (बंद) हो गए हैं, उनके खातों में संबंधित बैंक शाखा से सुधार किया जाएगा। उनके आवेदन पत्र प्राप्त करके संबंधित बैंक शाखा से खातों की पुनर्सक्रियात्मक क्रिया करवाई जाएगी, और खातों में आवश्यक सुधार करने के साथ-साथ किसान के आवेदन पत्र के साथ अन्य आवश्यक दस्तावेज भी देगी।
6. समिति के लिए आवेदन का परीक्षण: समिति में जो भी आवेदन पत्र आएंगे, उन्हें समिति द्वारा दो प्रतियों में तैयार किया जाएगा। इन आवेदन पत्रों का संबंधित तहसीलदार के कार्यालय में परीक्षण करने के लिए 1 प्रति में सभी दस्तावेज संलग्न करके प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि आवश्यक सुधार हेतु उपयुक्त हो सके।
7. तहसीलदार के द्वारा निराकरण: तहसीलदार द्वारा समिति के माध्यम से प्राप्त आवेदन का परीक्षण और सत्यापन करने के बाद, उसका निराकरण ऑनलाइन तहसीलदार माडयूल में किया जाएगा।
8. मृत्यु हो जाने पर: वर्ष 2014-15 / 2015-16 में धान बेचने वाले किसानों के लिए जिनकी मृत्यु हो गई है, उनके वैध वारिस से बोनस राशि के लिए आवेदन पत्र सीधे संबंधित तहसीलदार के पास पहुंचाया जाएगा। आवेदन पत्र के साथ आवश्यक दस्तावेज संलग्न किए जाएंगे।
2014 -2015 में धान बेचने के बाद किसान का फौत हो गया हो तो निम्न आवेदन (दस्तावेज लगेगा)
- फौत हो चुका किसान का आधार और बैंक पासबुक( अगर उपलब्ध हो तो)।
- तहसीलदार को आवेदन पत्र ।
- एक से अधिक उत्तराधिकारी होने पर सभी का आधार कार्ड और आधार कार्ड में सभी का हस्ताक्षर अनिवार्य कराएं।
- सभी वारिसान जिनको धान बोनस 2024 की राशि प्राप्ति के लिए सहमति दें रहे हो उनका आधार कार्ड उनका बैंक पासबुक।
- 10 रुपये के स्टाम्प पेपर में शपथ पत्र नोटरी कराकर (जिनको बोनस के लिए सहमति दिए हैं)।
- सभी वरिसानों का 20 रुपये का स्टाम्प पेपर में सहमति पत्र नोटरी कराकर।
- वारिसान प्रमाण पत्र (पटवारी देंगे) – पटवारी जांच प्रतिवेदन में ।
- धान बोनस 2014 एवं 2015 का विफल भुगतान का प्रति (अनलाईन निकल जाता है, इसमें किसान का नाम, किसान कोड, बेचा गया धान का मात्रा और राशि लिखा होता है)
- मृतक किसान का मृत्यु प्रमाण पत्र
ऊपरोक्त सभी दस्तावेज पटवारी और समिति प्रबंधक से साइन कराकर तहसील कार्यालय में जमा करना है। या कुछ जगह सहकारी में भी जमा किया जा सकता है, फिर समिति प्रबंधक द्वारा किसान का दस्तावेज का परीक्षण कर सभी फॉर्म तहसील में प्रस्तुत किया जाएगा।
2014 -2015 में धान बेचने के बाद किसान का बैंक खाता बंद हो गया हो तो निम्न आवेदन (दस्तावेज लगेगा)
- 10 रुपये के स्टाम्प पेपर में शपथ पत्र नोटरी कराकर (स्वयं का)।
- संबंधित बैंक को आवेदन पत्र ।
- धान बोनस 2014 एवं 2015 का विफल भुगतान का प्रति (अनलाईन निकल जाता है, इसमें किसान का नाम, किसान कोड, बेचा गया धान का मात्रा और राशि लिखा होता है)
- आधार कार्ड का छायाप्रति ।
- स्वयं का चालू बैंक खाता पासबुक , सबसे पहले इन किसानों को वही बैंक खाता जिसमें 2014 में धान बेचे थे, उसी को पुनः चालू कराने के लिए आवेदन करना चाहिए। अगर खाता चालू होने के संभावना ना हो तो ही दूसरा खाता नंबर सुधार के लिए देना है और अगर एक ही खाता हो और वह भी बंद हो गया हो, पुनः ऐक्टिव नहीं हो रहा हो तो नया खाता खोलाकर अपडेट कराना चाहिए। ।
इन सभी आवश्यक दस्तावेजों को बैंक में प्रस्तुत करना है।
विफल भुगतान का प्रति (अनलाईन प्रति निकालने के लिए क्लिक करें) – Click Here
धान बोनस 2024 के लिए आवेदन का भरा हुआ प्रारूप
धान बोनस 2024 में 2014 और 2015 के बोनस के लिए शपथ पत्र