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जैविक खेती प्रमाण पत्र बनवाने की विधि EASY 2024 CGOCERT

ORGANIC FARMING CERTIFICATION PROCESS

आवश्यकता: आज के समय में लगभग 99 % किसान रासायनिक खेती कर रहे हैं, लेकिन खेती में जहरीले रसायनो का उपयोग हम सभी के स्वास्थ्य के साथ-साथ पशु-पक्षी और पर्यावरण के लिए भी बहुत ज्यादा हानिकारक है। आज के समय में में शाम शाम को किटनाशक दवाई छिड़काव करतें हैं और सुबह उसे तोड़ाई करके मंडी में बेच दिया जाता है। कोई भी रासायनिक दवाईयों का फसल में छिड़काव करने से वह दवाई पौधों के हर एक भाग में चला जाता है, जैसे- पत्तीयों, जड़ों, फल-फूल और तना इत्यादि। इसके अलावा कोई भी रासायनिक किटनाशक, फफूंद नाशक दवाइयों का असर कम से कम 7 दिन 1 सप्ताह तक रहता ही है।

खेती में उपयोग होने वाले सिर्फ रासायनिक किटनाशक दवाई ही हमारे स्वस्थ के लिए हानिकारक नहीं होता बल्कि रासायनिक खाद भी जहर ही होता है। इसका उपयोग भी हमारे साथ-साथ सभी जीव जन्तु और हमारे पर्यावरण के लिए बहुत हानिकारक होता है। आज के समय में हम इंसानों की कार्य क्षमता बहुत कम हो गया है, पहले के लोग 50 किलो की बोरी को आसानी से उठा कर फेंक देते थे, लेकिन आज के लोग 30 किलो को ले देकर उठा पाते हैं। कई तरह की बीमारियाँ हो रही है जो कभी किसी ने नहीं सुना रहा होगा, कैंसर जैसे बीमारी पहले के मुकाबले बहुत बढ़ गया है।

इसी को देखते हुए आज के समय में जीतने भी पढे लिखे लोग हैं, वह रसायन मुक्त सब्जी भाजी आनज खोजते हैं, लेकिन उनको आसानी से नहीं मिलता है। रसायन युक्त सब्जी-भाजी अनाज से महंगे लेने में भी कोई परेशानी नहीं है, लेकिन मिलता नहीं है। अगर कोई किसान आज के समय में बिना रसायन की खेती करता है तो उसका स्कोप भविष्य बहुत अच्छा है। क्योंकि आने वाला समय जैविक खेती (ORGANIC FARMING) का ही है। शासन भी इसे बहुत ज्यादा बढ़ावा दे रही है।

इसी लिए सभी राज्यों में कुछ शासकीय और कुछ प्राइवेट संस्था होता है, जो जैविक खेती करने वाले किसानों के द्वारा उत्पादित किये जा रहे फसलों को पूर्ण रूप से चेक करके जैविक खेती का प्रमाण पत्र देते हैं। अगर कोई किसान किसी भी फसल को जैविक तरीके से उगा रहा हो तो उसे इस संस्था में जाकर आवेदन करना होता है। इस प्रमाण पत्र के आधार पर आम आदमी समझ पाएंगे की अमुक किसान द्वारा जैविक खेती कर फसल उगाया जा रहा है।

देश में जैविक खेती प्रमाण पत्र बनाने वाले संस्थाओं के नाम 

आप जिस राज्य से हैं, उसका नाम आप नीचे दी गई सूची से देख कर उनसे संपर्क कर सकतें हैं। अगर आपको आपके राज्य या जिले के ऑर्गैनिक सर्टफकैशन संस्था के बारे में जानकारी नहीं है तो आप अपने कृषि विभाग या बीज निगम के अधिकारियों से संपर्क कर सकतें हैं।

SL. NO.NAME OF CBsOFFICIAL WEBSITE OF CBsACTIVE OPERATORSWITHDRAWN/ DISCONTINUED OPERATORS
1M/S Bureau Veritas (India) Pvt. Limitedwww.bureauveritas.co.inClick HereClick Here
2M/S Ecocert India Pvt. Ltd.www.ecocert.inClick HereClick Here
3M/S IMO Control Pvt. Ltd.www.imocontrol.inClick HereClick Here
4M/S Indian Organic Certification Agency (INDOCERT)www.indocert.orgClick HereClick Here
5M/S Lacon Quality Certification Pvt. Ltd.www.laconindia.comClick HereClick Here
6M/S Onecert International Private Limitedwww.onecertinternational.comClick HereClick Here
7M/S SGS India Pvt. Ltd.www.sgsgroup.inClick HereClick Here
8M/S CU Inspections India Pvt Ltd.www.controlunion.comClick HereClick Here
9M/S Uttarakhand State Organic Certification Agency (USOCA)www.usoca.orgClick HereClick Here
10M/S Rajasthan State Organic Certification Agency (RSOCA)www.agriculture.rajasthan.gov.inClick HereClick Here
11M/S ISCOP (Indian Society For Certification Of Organic Products)www.iscop.orgClick HereClick Here
12M/S TQ Cert Services Private Limitedwww.tqcert.inAccreditation reinstated renewal in process
13M/S Aditi Organic Certifications Pvt. Ltd.www.aditicert.netClick HereClick Here
14M/S Chhattisgarh Certification Society,(CGCERT)www.cgcert.comClick HereClick Here
15M/S Tamil Nadu Organic Certification Department (TNOCD)www.tnocd.netClick HereClick Here
16M/S Madhya Pradesh State Organic Certification Agency (MPSOCA)www.mpsoca.orgClick HereClick Here
17M/S Odisha State Organic Certification Agency (OSOCA)www.ossopca.nic.in/osoca.aspxClick HereClick Here
18M/S Natural Organic Certification Agro Pvt. Ltd.www.nocaagro.comClick HereClick Here
19M/S Fair Cert Certification Services Pvt. Ltd.www.faircert.comClick HereClick Here
20M/S Gujarat Organic Products Certification Agency (GOPCA)www.gopca.inClick HereClick Here
21M/S Uttar Pradesh State Organic Certification Agency (UPSOCA)www.upsoca.orgClick HereClick Here
22M/S Karnataka State Organic Certification Agency (KSOCA)https://kssoca.karnataka.gov.inClick HereClick Here
23M/S Sikkim State Organic Certification Agency (SSOCA)Under suspension
24M/S Global Certification Societywww.glocert.orgClick HereClick Here
25M/S Greencert Biosolutions Pvt. Ltdwww.greencertindia.inClick HereClick Here
26M/S Telangana State Organic Certification Authority (TSOCA)www.tssoca.telangana.gov.inClick HereClick Here
27M/S Bihar State Seed And Organic Certification Agency (BSSOCA)https://bssca.co.in/Default.aspxClick HereClick Here
28M/S Reliable Organic Certification OrganizationUnder suspension
29M/S Baltic Testing India Pvt. LtdUnder suspension
30M/S Chhattisgarh State Organic Certification Agency (CGOCERT)https://www.cgocert.comClick HereClick Here
31M/S Eccentric Organic Private Limitedwww.eccentricorganic.com/Click HereClick Here
32M/S Glaze Corporate Services Private Limitedhttp://glazecspl.com/Click HereClick Here
33M/S GSCI Service Private Limitedwww.gsciservices.comClick HereNIL
34M/S MS Agroland Services Private Limitedhttps://agrolandgroup.com/Click HereClick Here
35M/S Krushi Certification Private Limitedwww.krushicert.comClick HereClick Here 
36M/S CERT ID India Private Limitedwww.foodchainid.comClick HereClick Here
37M/S Andhra Pradesh State Organic Products Certification Authority (APSOPCA)https://apsopca.org/ Newly accredited CB

जैविक खेती प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लगने वाले फीस 

जैविक खेती प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लगने वाले फीस
यह पंजीयन शुल्क  राज्य के किसानों के लिए है, अलग-अलग राज्यों में यह शुल्क अलग-अलग हो सकता है। क्रेडिट: https://apeda.gov.in/

जैविक खेती प्रमाण पत्र बनवाने की विधि (क्रमबद्ध)

1. पंजीयन की प्रक्रिया हेतु आवेदन करना 

इसके लिए कृषक को सर्वप्रथम जैविक खेती प्रमाणीकरण के अपने राज्य के संस्था में फोन करके, ईमेल करके या स्वयं उपस्थित होकर प्रमाणीकरण की सम्पूर्ण जानकारी, लगने वाले शुल्क और आवेदन फॉर्म आदि की जानकारी लेना चाहिए। दिए गए आवेदन फॉर्म में आवश्यक दस्तावेज लगाकर वहाँ जमा करना है। उसके बाद जैविक प्रमाणीकरण संस्था द्वारा किसान को जानकारी प्रदान करता है। जैसे- जैविक खेती पंजीयन की पोमप्लेट, NSOP National Programme for Organic Production (NPOP) मानक की जानकारी, मतलब जैविक खेती के लिए क्या-क्या नियम मानना पड़ेगा, आवेदन फॉर्म, जैविक खेती के लिए वार्षिक कार्य योजना एवं लगने वाले शुल्क आदि।

2. देयक एवं अनुबंध की प्रक्रिया 

जैविक खेती के फॉर्म को भरकर आवश्यक दस्तावेज जैसे- आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट साइज़ फोटो, खसरा नंबर, बी-1 एवं पी 2 फसल विवरण आदि का फोटोकॉपी लगाना होता है। फॉर्म के साथ अपने एक साल की खेती की कार्ययोजना बनाकर जमा करना होता है, जैसे- कब-कब, कहाँ-कहाँ, कौन-कौन सी फसल लेने वाले हैं। इसके बाद प्रमाणीकरण संस्था द्वारा आपके वार्षिक कार्ययोजना और फॉर्म को जांच किया जाता है। उसके बाद किसान को देयक मतलब शुल्क आदि के साथ अनुबंध भेजा जाता है। उसके बाद किसान निर्धारित सहमति अनुबंध में अपना हस्ताक्षर कर निर्धारित शुल्क कार्यालय में जमा करता है। उसके बाद गुणवत्ता प्रबंधक अधिकारी द्वारा अपना हस्ताक्षर कर अनुबंध (अग्रीमेंट) की एक कॉपी किसान को दे दिया जाता है।

3. ऑर्गनीक प्रमाण पत्र के लिए शुल्क भुगतान की प्रक्रिया 

जैविक प्रमाणीकरण के लिए किसान को लगने वाले शुल्क का 50% राशि कार्यालय में पहले जमा करना पड़ता है। उसके बाद संस्था के अधिकारी कर्मचारी द्वारा उनके खेत का निरीक्षण का सहमति लेकर निरीक्षण का एक दिन निर्धारित किया जाता है और निर्धारित तिथि को उनके खेत का निरीक्षण किया जाता है।

4. फार्म निरीक्षण की प्रक्रिया 

निरीक्षण के दौरान जैविक खेती के लिए तय किया गया मानक/नियम के अनुरूप फसल/खेत की स्थिति नहीं होने पर उसे सुधार के लिए किसान को समय दिया जाता है और आवश्यक सुधार कर पुनः संस्था को सूचना देने कहा जाता है। निरीक्षण के पश्चात एक निरीक्षण रिपोर्ट बनाया जाता है , जिसे निरीक्षण कर्ता द्वारा संस्था में जमा करना होता है। प्रमाणीकरण संस्था में मूल्यांकर्ता अधिकारी होते हैं जो निरीक्षण रिपोर्ट की जांच कर निर्णय समिति को रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाता है।

5. शुल्क का पूरा भुगतान की प्रक्रिया 

कृषक द्वारा सभी प्रकार की औपचारिकता पूर्ण करने के बाद शेष बची 50% राशि प्रमाणीकरण संस्था में जमा करना अनिवार्य होता है। किसान द्वारा 100% शुल्क जमा करने के बाद निर्णय समिति द्वारा आगे का निर्णय लिया जाता है।

6. किसान को जैविक खेती प्रमाण पत्र प्रदान करना 

जैविक खेती प्रमाणीकरण एजेंसी कार्यालय के निर्णय समिति द्वारा निरीक्षण रिपोर्ट और compliance रिपोर्ट के आधार पर किसान को जैविक खेती प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है। यह प्रमाण पत्र किसान को उनके ईमेल आइडी या डाँक के माध्यम से प्रदान किया जाता है।

7. जैविक खेती का लोगों चिन्ह का अपने फसल उत्पाद में उपयोग की विधि 

जब किसान को जैविक खेती का प्रमाण पत्र प्रदान कर दिया जाता है तब किसानों को अपने फसल उत्पाद के पैकिंग में उस प्रमाणीकरण संस्था का लोगो लगाना अनिवार्य होता है। बिना लोगो का अपना प्रोडक्ट नहीं बेचना होता है, ताकि उसे खरीदने वाले लोगों को भी कहाँ से प्रमाण पत्र मिला है आदि पता चले और वह जैविक उत्पाद है करके आश्वस्त हो जाएं।

Note:

  • कोई किसान अगर छत्तीसगढ़ राज्य के हैं तो उनको अधिक जानकारी के लिए निम्न नंबर पर संपर्क करना चाहिए-फोन नंबर  0771-2972831, मोबाईल नंबर- 9584455255, 8839106802
  • कार्यालय का पता- छ.ग राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था रायपुर, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, परिसर, कृषक नगर, जोरा, जिला-रायपुर, छत्तीसगढ़
  • ऑफिस का ईमेल आइडी – mdcsa.cg@gmail.com

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