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छ:ग धान खरीदी 21 क्विंटल 3100 रु. का वादा एवं आधा भुगतान का सच: छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ न्याय या अन्याय(2024)

छत्तीसगढ़ राज्य में धान खरीदी 2024

छत्तीसगढ़ राज्य में समर्थन मूल्य में धान खरीदी 14 नवंबर 2024 से शुरू हो चुकी है, यह 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। इस वर्ष भी किसान भाइयों के चेहरे में अच्छी फसल होने से खुशी का माहौल है। लेकिन मन में अभी भी हल्का डर बना हुआ है। यह डर का मुख्य कारण धान खरीदी की मात्रा और उसका रेट का सही-सही पता नहीं चल पाना है। लेकिन डरने की कोई बात नहीं है। वर्तमान शासन पिछले वर्ष के भांति ही इस वर्ष भी समर्थन मूल्य से अधिक में धान खरीदी कर रही है। इस वर्ष भी पिछले वर्ष के जैसे प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी की जा रही है।

खरीफ 2024-25 में उगाए जाने वाली सभी फसलों का समर्थन मूल्य नीचे देखिए 

फसल का नाम MSP
2024-25
Cost* KMS
2024-25
Margin over
cost (%)
MSP
2023-24
MSP में बढ़त 
अनाज वाली फसल 
PaddyCommon23001533502183117
Grade A^23202203117
JowarHybrid33712247503180191
Maldandi”34213225196
Bajra26251485772500125
Ragi42902860503846444
Maize22251447542090135

मोटा धान का समर्थन मूल्य -2300 रुपये क्विंटल 

पतला धान का समर्थन मूल्य -2320 रुपये क्विंटल 

पिछले वर्ष 2023-24 में  मोटा धान का समर्थन मूल्य (MSP) – 2183 रुपये और पतला धान का 2203 रुपये प्रति क्विंटल था। इस वर्ष मोटा पतला दोनों धान का समर्थन मूल्य पर 117 रुपये का वृद्धि हुई है। समर्थन मूल्य केंद्र शासन द्वारा पूरे देश के लिए निर्धारित करती है। इसमें राज्य शासन का उत्तरदायित्व नहीं होता है।

जैसे पिछेल वर्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य का भुगतान धान बेचते ही किसानों के खाता में कर दिया जाता था, उसी तरह इस वर्ष भी निर्धारित समर्थन मूल्य का भुगतान तुरंत किया जा रहा है। पिछले वर्ष मोटा धान का 2183 रुपये और पतला धान का 2203 रुपये का भुगतान तुरंत होता था लेकिन इस वर्ष इसमें 117 रुपये की वृद्धि होने से मोटा धान में 2300 रुपये और पतला धान में 2320 रुपये तुरंत भुगतान हो रही है।

इस वर्ष भी किसानों को पिछले वर्ष के जैसे 3100 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान होगा, इस संबंध में सभी धान खरीदी केंद्रों में बैनर पोस्टर भी लगाया गया है। इसलिए किसी अफवाह में ना आयें। समर्थन मूल्य भुगतान के बाद पिछले वर्ष के जैसे ही धान खरीदी पुर्न होने के उपरांत 1-2 माह के अंदर अंतर की राशि मोटा धान बेचने वाले किसानों को 800 रुपये प्रति क्विंटल और पतला धान बेचने वाले किसानों को 780 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान होगा।

छत्तीसगढ़ धान खरीदी पोस्टर 2024
छत्तीसगढ़ धान खरीदी पोस्टर 2024

FAQ

क्या गर्मी का धान फसल को अभी सोसाइटी में बेच सकतें हैं? 

नहीं। सिर्फ वर्तमान सीजन का धान बेचने की अनुमति होती है। अगर कोई किसान गर्मी धान को अभी बेचना चाहे तो वह नियम के विरुद्ध है, उनका धान जब्त भी किया जा सकता है। इसलिए तुरंत का फ्रेश धान ही समिति में बेचें, गर्मी धान को मंडी में ले जाकर बेंच सकतें हैं।

क्या दूसरे किसान के धान को अपने पर्ची में बेच सकतें हैं? 

नहीं। सिर्फ अपने खेतों का धान ही बेच सकतें हैं। दूसरे किसान या किसी कोचिया से धान खरीद कर अपने पर्ची में बेचना भी नियम का विरुद्ध है। इसलिए अपने खेत में जितना धान पाए हैं उतना का ही टोकन काटें और उसे ही धान खरीदी केंद्र लेजाकर बेचें । कुछ किसान दूसरे राज्य से भी धान लेकर अपने पर्ची में बेचने के लिए ले आते हैं, ऐसा करने से पकड़े जाने से पूरा धान जब्त हो सकता है। अन्य राज्यों के सीमाओं में चेकिंग पोस्ट भी लगाया गया है, ताकि अवैध धान परिवहन को रोका जा सके।

क्या इस वर्ष धान बेचने के लिए पुराना बारदाना नहीं मिल रहा है?

चूंकि धान खरीदी में नया और पुराना बारदाना 50:50 के अनुपात में उपयोग किया जाता है। अधिकांश धान खरीदी केंद्रों में नया पुराना बारदाना पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, कुछ खरीदी केंद्रों में मिलर से प्राप्त या पीडीएस बारदाना नहीं मिलने के कारण पुराने बारदाने की कमी हो सकती है, उन खरीदी केंद्रों में पुराना बारदाना किसानों से ही लिया जा सकता है, किसानों के बरदाने का 25 रुपये प्रति बारदाना भुगतान होना है। किसानों से सिर्फ जुट बारदाना लिया जाता है, प्लास्टिक बारदाना नहीं लिया जाता है।

बाजार में जुट बरदाने का कीमत लगभग 30-35-40 रुपये प्रति नग है। चूंकि शासन द्वारा 25 रुपये भुगतान होना बताया जा रहा है, इसलिए किसानों के मन में थोड़ा चिंता आना स्वाभाविक है। लेकिन जल्द ही इसका भी कोई रास्ता शासन द्वारा निकाला जा सकता है। क्योंकि कोई भी शासन प्रशासन हमेशा किसानों के हित में ही काम करती है।

धान पंजीयन में रकबा संसोधन कब तक करा सकतें हैं?

चूंकि धान खरीदी में नया पंजीयन और रकबा संसोधन कराने का अंतिम तिथि 31 अक्टूबर था, लेकिन दोबारा पोर्टल 19-25 नवंबर के बीच खोला गया था, आप अभी भी तहसीलदार से मिलकर अपना रकबा संसोधन करा सकतें हैं। लेकिन एक भी बार टोकन जारी हो चुका होगा तो संसोधन नहीं होता है, इस बात का ध्यान रखें, नया पंजीयन अभी नहीं हो रहा है, सिर्फ धान का रकबा कम ज्यादा हो गया होगा, तो उसे रकबा संसोधन कराया जा सकता है।

पिछले वर्ष धान खरीदी अंतर की राशि का भुगतान कब हुआ था?

पिछले वर्ष धान खरीदी का अंतर की राशि (धान बोनस) का भुगतान किसान उन्नति योजना के तहत 12 मार्च 2024 को किया गया था। पिछले वर्ष 917 रुपये प्रति क्विंटल के दर से भुगतान हुआ था। इस वर्ष समर्थन मूल्य 117 रुपये बढ़ जाने के वजह से 800 रुपये मोटा धान और 780 रुपये पतला धान के लिए प्रति क्विंटल भुगतान होना है।

इस वर्ष 2024-25 में धान का अंतर की राशि कब मिल सकता है?

पिछले वर्ष धान का अंतर की राशि 12 मार्च 2024 को भुगतान हुआ था, तो इस वर्ष भी मार्च 2025 माह के भीतर ही किसानों को अंतर की राशि भुगतान होने की संभावना है। हालांकि अभी तक इसका कोई ऑफिसियल घोषणा नहीं हुआ है।

निष्कर्ष:

इस वर्ष भी पिछले वर्ष के जैसे ही 21 क्विंटल धान प्रति एकड़ 3100 रुपये प्रति क्विंटल के दर से खरीदी हो रही है। हमे शासन पर भरोसा और धैर्य रखना चाहिए। किसी भी अफवाह में नहीं आना चाहिए।

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