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डिजिटल फसल सर्वे क्या है? पटवारियों के मार्गदर्शन में अब गाँव के युवक अपने मोबाईल से करेंगे फसल सर्वे।

डिजिटल फसल सर्वे (Digital Crop Survey)

छत्तीसगढ़: एग्रीस्टैक परियोजना अंतर्गत अब भारत सरकार, कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय द्वारा डिजिटल फसल सर्वे (Digital Crop Survey) कराया जाएगा, इसके पहले भी मध्यप्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में यह डिजिटल फसल सर्वे (Digital Crop Survey)  कराया जा चुका है। इस सर्वे के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य के तीन जिलों- धमतरी, महासमुंद और कवर्धा को चयन किया गया है।

इन तीनों जिलों में डिजिटल फसल सर्वे (Digital Crop Survey) पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट का मतलब ट्रायल से है। अगर इन जिलों में यह कार्य सफल हो जाता है तो धीरे-धीरे सभी जिलों में शुरू किया जाएगा, और अगर असफल हो जाता है तो यह कार्य रोक दिया जाता है या इसमें आवश्यक सुधार किया जाता है। उसके बाद आगे की कार्यवाही किया जाती है।

एग्रीस्टैक परियोजना क्या है?

भारत सरकार द्वारा एग्रीस्टैक परियोजना के माध्यम से देश के सभी राज्यों के सभी किसानों का आनलाईन डाटा संग्रह करना चाहती है, जैसे-उनके फसल, मिट्टी, जीपीएस/ जिओ टैग और अन्य बहुत सारी अन्य आवश्यक जानकारियां। इस परियोजना का उद्देश्य आनलाईन डाटा से कृषि को अनैलिसिस करके कृषि के क्षेत्र में आवश्यक सुधार करना और इस अनलाईन संग्रहीत डाटा के उपयोग से किसानों के हित में बेहतर परिणाम वाले सेवा स्थापित करना है। इस आवश्यक डाटा का उपयोग उन हितधारकों को आसानी से उपलब्ध कराना है, जिनको इसकी आवश्यकता है, और वह इसके उपयोग से कुछ बेहतर नई सेवा बना सके। इसका उद्देश्य आने वाले 10 सालों में कृषि को नया आयाम देना है।

एग्रीस्टैक परियोजना का उद्देश्य कृषकों को सस्ता ऋण, उच्च गुणवत्ता वाले कृषि इनपुट (खाद, बीज, दवाई, कृषि यंत्र इत्यादि) उपलब्ध करना, कृषकों को उनके आसपास विशिष्ट जानकारी, बाजार की जानकारी और सुविधाजनक बाजार तक पहुँच और शासन की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन के लिए रणनीति तैयार करना है। इसी परियोजना के तर्ज पर अभी डिजिटल क्रॉप सर्वे कराया जा रहा है।  

डिजिटल फसल सर्वे क्या है?

इसके अंतर्गत गाँव के युवकों का आइडी बनाया जाएगा, एक गाँव से अधिकतम 20 युवक/युवतियाँ शामिल हो सकेंगे, जिनके पास 5G मोबाईल या वर्ज़न 9 या इससे अधिक वर्जन वाला एंड्रॉयड मोबाईल हो। यह युवक अपने मोबाईल एप से राजस्व विभाग के निगरानी में अपने गाँव के प्रत्येक खसरे में जाकर उसका जिओ टैग (मतलब GPS लोकैशन), फसल का प्रकार, बोनी का प्रकार, मिट्टी का प्रकार, मौसम की जानकारी, किसान की जानकारी नाम/पिता/मोबाईल नंबर इत्यादि मोबाईल एप से आनलाईन करेंगे।

प्रति एक खसरे का सफल सर्वे से इन युवक/युवतियों को 10 रुपए प्रदान किया जाना है। इस सर्वे अंतर्गत राजस्व विभाग के अधिकारियों को 31 अगस्त 2024 तक प्रशिक्षण दिया जाना है। पटवारियों के द्वारा गाँव के इच्छुक युवकों का चयन कर रिपोर्ट तहसीलदार को पेश करना है, फिर चयनित योग्य युवकों को भी डिजिटल फसल सर्वे की प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमे स्वयं खेत मालिक किसान भी अपने खेत का सर्वे कर सकता है, लेकिन उनको इस सर्वे के बदले में कोई मानदेय नहीं मिलेगा।

डिजिटल फसल सर्वे में भाग लेने के लिए योग्यता 

प्रत्येक सर्वे कर्ता को कम से कम 10 वीं पास होना अनिवार्य है। लेकिन जो जितना ज्यादा पढ़ा लिखा होगा उनको प्राथमिकता मिलेगा, लेकिन कृषि स्नातक, विज्ञान स्नातक, 12 वीं विज्ञान वालों को प्राथमिकता देना है।

सर्वे कर्ता के पास स्वयं का मोबाईल फोन होना अनिवार्य है, जिसका वर्ज़न 9 से अधिक होना चाहिए। सामान्यतः 5-G मोबाईल का वर्ज़न 9 से अधिक होता है।अपने मोबाईल के about में जाकर अपने मोबाईल का वर्ज़न चेक कर सकतें हैं।

सर्वे कर्ता का आधार कार्ड और बचत खाता होना आवश्यक है, मानदेय की राशि डायरेक्ट खाते में ट्रांसफर किया जाएगा।

सर्वे कर्ता उसी गाँव के रहने वाला होना चाहिए, अगर उस गाँव में सही सर्वे कर्ता नहीं मिले तो निकट ग्राम के निवासी, कृषि/उद्यानिकी महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को चयनित किया जा सकता है।

सर्वे कर्ता का आयु कम से कम 18 वर्ष होना चाहिए।

डिजिटल फसल सर्वे कर्ता का प्रमुख कार्य 

इनको पटवारियों या तहसीलदार द्वारा अधिकृत अधिकारियों के द्वारा प्रति दिवस के फसल सर्वे के लिए खसरा दिया जाएगा। पहले दिन 25 खसरा दिया जाएगा। अगर इन खसरों का सर्वे सही किया जाएगा तो अगले दिन अन्य खसरा भी सर्वे के लिए दिया जाएगा। अगर सर्वे कर्ता कार्य अच्छे से नहीं कर पाते हैं तो उनके जगह अन्य सर्वे कर्ता रखा जाना है।

अगर कोई सर्वे कर्ता बहुत अच्छा कार्य कर्ता है तो उनको उसी दिन सर्वे के लिए और अन्य खसरा पहले आओ पहले पाओ के तर्ज पर दिया जा सकेगा। सर्वे किया गया खसरे का पर्यवेक्षण हल्का पटवारी द्वारा उसी दिन किया जाना है।

हमारे अन्य लेख -गिरदावरी क्या होता है? इससे किसानों को क्या फायदा है? जानिए फसल गिरदावरी की पुरी जानकारी 2024

अधिक जानकारी के लिए आप शासन की इस वेबसाईट भी पढ़ सकतें हैं, जहां एग्रीस्टैक परियोजना के बारे में पुरी जानकारी बताई गई है- https://agristack.gov.in/

नीचे तमिलनाडु राज्य के कुछ डिजिटल फसल सर्वे का स्क्रीनशॉट दिया गया है-

डिजिटल फसल सर्वे क्या है
फोटो क्रेडिट- https://play.google.com/store/apps/details?id=org.tnega.cropsurvey
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इस संबंध में छत्तीसगढ़ शासन का पत्र पढ़ सकतें हैं Digital Crop Survey order Chhattisgarh

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