Farmer ID Chhattisgarh
Official Website Link Farmer Registry/Kisan Card Chhattisgarh 2025-Click Here
कृषि भूमि धारक पहचान पत्र (Farmer ID Online CG)
परिचय: यह केंद्र शासन के एग्रीटेक परियोजना के तहत बनाया जा रहा है। कृषि भूमि धारक का पहचान पत्र या फार्मर आइडी या किसान कार्ड या कृषक परिचय पत्र भी कह सकतें हैं। यह फार्मर आइडी किसानों का एक विशेष कृषक परिचय पत्र होगा। इस किसान आइडी से ही विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलेगा। जैसे आज के समय में प्रत्येक नागरिकों को विभिन्न शासकीय योजनों का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड लगता है वैसा ही अब किसानों को विभिन्न योजनाओं से लाभ लेने के लिए यह फार्मर आइडी (किसान कार्ड) लगेगा। यह नंबर 11 अंकों का होगा। जैसे-

आज से पहले किसानों के पास किसान होने का कोई प्रमाण पत्र नहीं था। किसानों को अपने पहचान के लिए राशन कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, आधार कार्ड, ऋण पुस्तिका या अपने खेत का बी 1 दिखाना पड़ता था। लेकिन इनमें से कोई भी किसान का स्थायी प्रमाण पत्र नहीं है। लेकिन अब यह किसान परिचय पत्र (Farmer Id) किसानों का स्थायी कृषक प्रमाण पत्र होगा।
किसान परिचय पत्र (Farmer id) धीरे-धीरे देश के सभी किसानों का बनना है, ताकि सभी किसानों का Online डाटा एकरूपता के साथ Online रहे। इससे किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ पारदर्शिता के साथ, सही तरीके से एवं पात्र किसानों को मिल पाए । इस आइडी से किसान अपने आइडी से विभिन्न योजनाओं से प्राप्त लाभों को एक ही जगह देख पाएंगे। अलग-अलग योजनाओं के लाभ को देखने के लिए अलग-अलग वेबसाईट में जाना नहीं पड़ेगा।
आज का समय Online/टेक्नॉलाजी का है। इस के तर्ज पर गाँव के युवाओं के सहयोग से राजस्व विभाग/पटवारियों के माध्यम से डिजिटल क्रॉप सर्वे मतलब Online गिरदावरी सर्वे कराया जा रहा है, ताकि किसानों के खेत,खसरा नंबर, फसल आदि का आनलाइन जिओ टैग हो सके। यह डिजिटल फसल सर्वे का कार्य छत्तीसगढ़ में अभी 3 जिलों में पूर्ण हो चुका है और 16 जिलों के एक-एक तहसील में पूर्ण हो चुका है।
आगामी चरण में सभी गाँवों का डिजिटल फसल सर्वे होगा और सभी किसानों का फार्मर आइडी बनाया जाएगा। यह फार्मर आइडी को किसानों के भूमि के साथ जोड़ा जाएगा, भूमि के खरीदी-बिक्री, नामांतरण, वरिसान पंजीयन सभी इस आइडी में स्वतः अपडेट होता रहेगा। मतलब किसानों के जमीन से संबंधित सभी योजनाओं का लाभ इस आइडी के माध्यम से मिलेगा या प्राप्त लाभ इस आइडी से देख सकेंगे। स्वयं अपने मोबाईल से कैसे पंजीयन कर सकतें हैं? इसके बारे में नीचे विस्तृत रूप से बताया गया है, जिसे पढ़कर आप आसानी से online फार्मर आइडी के लिए आवेदन कर सकतें हैं।

आने वाले समय में निम्न योजनाओं का लाभ इस कृषि भूमि धारक पहचान पत्र/किसान कार्ड (Farmer ID) के माध्यम से मिलेगा
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
- प्रधानमंत्री आवास योजना
- किसान क्रेडिट कार्ड योजना (सहकारी समिति या बैंक से)
- खाद या उर्वरक खरीदना (सहकारी समिति या निजी दुकान से)
- प्रधनमंत्री किसान सिंचाई योजना (ड्रिप/स्प्रिंकलर पाइप आदि)
- कृषि ऋण योजना
- मुख्यमंत्री किसान सहायता योजना
- सॉइल हेल्थ कार्ड योजना (मिट्टी परीक्षण)
- कृषि यंत्र योजना
- डी बी टी (DBT) योजना से प्राप्त लाभ इत्यादि
छत्तीसगढ़ के किसान यह फार्मर आइडी प्राप्त करने के लिए स्वयं अपने मोबाईल से online आवेदन कर सकतें हैं या किसी भी लोक सेवा केंद्र जाकर आवेदन कर सकतें है। Online आवेदन शुरू हो चुका है। आवेदन करने के बाद उस आवेदन को पटवारी द्वारा जाँचकर अप्रूवल किया जाना है, उसके बाद किसान आइडी जारी होगा। यह आइडी 11 अंकों का होगा, इसे सेंट्रल आइडी भी कह सकतें हैं। जैसे- ऊपर एक स्क्रीनशॉट में दिखाया गया है।
आवश्यक दस्तावेज
- किसान का आधार कार्ड
- आधार से लिंक मोबाईल नंबर (OTP) आएगा (आधार से मोबाईल लिंक नहीं होने से CSC केंद्र से बनवाना पड़ेगा)
- कृषि जमीन का दस्तावेज जैसे- बी-1 या ऋण पुस्तिका
- राशन कार्ड (अगर उपलब्ध हो तो)
- अगर आपके आधार से मोबाईल लिंक नहीं है तो आपको लोक सेवा केंद्र जाकर यह online कराना चाहिए या पहले अपने आधार में मोबाईल लिंक करा लेना चाहिए। लोक सेवा केंद्र में बिना आधार में मोबाईल लिंक के अंगूठा या आँख को स्कैन करके ekyc कर आपका पंजीयन किया जा सकता है।
पंजीयन शुल्क
यह पंजीयन किसानों के लिए पूर्णतः निः शुल्क है। लोक सेवा केंद्र वालों को प्रत्येक ekyc या प्रत्येक पंजीयन के लिए 15 रुपये शासन द्वारा दिया जाएगा।
पात्र किसान
- सभी कृषि धारक कृषक पात्र हैं।
- मृतक कृषि भूमि धारक कृषक के जगह उसके वरिसान का पंजीयन हो सकता है।
- प्रत्येक जमीन में एक या एक से अधिक भू धारक होने पर सभी कृषकों का नाम दर्ज होगा। सभी हिस्सेदारों का अलग-अलग पंजीयन होगा। सभी हिस्सेदारों के पंजीयन में वही और सभी खसरा न. दर्ज होगा।
- कृषक पंजीयन में सभी किसानों का आधार नंबर लिंक होगा जैसे राशन कार्ड में एक से अधिक सदस्यों का नाम रहता है सभी का आधार उससे जुड़े होतें हैं। तभी तो कोई भी सदस्य जाकर अंगूठा लगाकर राशन प्राप्त कर पाते हैं।
- अगर कोई किसान कृषि जमीन की खरीदी-बिक्री, बंटवारा आदि करातें हैं तो इस आइडी में यह अपने आप अपडेट होगा, किसानों को अलग से सुधरवाने की आवश्यकता नहीं होगी।
- कृषक पंजीयन में भूमि स्वामी का हिस्सेदारी राजस्व अभिलेख में दर्ज अनुसार होगी।
- अगर कोई किसान नौकरी वाला है, तब भी यह किसान कार्ड बनेगा।
- अगर कोई किसान नाबालिक है तो भी उन्ही के नाम से किसान कार्ड बनेगा।
- अंततः जिसके पास कृषि भूमि है, उन सभी किसानों और उनके हिस्सेदारों का किसान कार्ड बनेगा।
कृषक परिचय पत्र (Farmer ID) बनवाने का लाभ
- कृषक पंजीयन में न केवल कृषि भूमिस्वामी बल्कि पशुपालक, मत्स्यपालक भी शामिल होगे ।
- कृषक पंजीयन में मृतक कृषि भूमिस्वामी का नाम नहीं होगा अपितु उनके वारिसान का नाम होगा।
- कृषक पंजीयन में भू-अभिलेख के तरह संयुक्त भूमिस्वामी नहीं होगे बाल्कि लाभ के विवरण के लिये प्रत्येक भूमिस्वामी के पास हिस्सा होगा।
- कृषक पंजीयन में भू-अभिलेख अद्यतन किये जाने हेतु त्वरित व्यवस्था होगी जबकि राजस्व में भू-अभिलेख अद्यतन किये जाने में विलंब होता है।
- कृषक पंजीयन में प्रत्येक कृषि भूमि स्वामी का आधार नंबर प्रविष्टि होगा ।
- कृषक पंजीयन में कृषि भूमिस्वामी की जाति, वर्ग, आय, परिवार, मृत्य पंजीयन आदि के संबंध में भी लिंक होगे।
- कृषक पंजीयन में मोबाईल नंबर, पैन नंबर, जैसे अन्य जानकारी प्राप्त करने की सुविधा है।
- कृषक पंजीयन में कृषि भूमिधारकों को प्राप्त होने वाले लाभ तथा भूमि से प्राप्त होने लाभ के बारे में भी जानकारी होगी ।
- कृषक पंजीयन किसी भी कृषि भूमिस्वामी को कोई कानूनी अधिकार नहीं देता है।
- कृषक पंजीयन उपरोक्त समस्त डेटा को एग्रीस्टेक सहमति प्रबंधक (ACM) के माध्यम से कृषक द्वारा प्रदान की गई स्पष्ट सहमति के बाद ही दूसरे आवश्यक हितधारकों के साथ साझा किया जावेगा ।
- कृषक पंजीयन यह सुनिश्चित करता है कि केवल उन्ही कृषि भूमिस्वामी को धारित भूमि का लाभ प्राप्त हो जो प्रचलित योजना समय भूमिस्वामी है । उदाहरण :- जैसे किसी कृषि भूमिस्वामी द्वारा अपनी भूमि को बेच दिया गया है। तो उसे किसान क्रेडिट कार्ड जारी नहीं किया जावेगा।
- कृषक पंजीयन द्वारा केवल वर्तमान भूमिस्वामी ही अपनी कृषि भूमि पर लाभ प्राप्त करने के लिये किसी अन्य को अधिकृत करने में सक्षम होगा। उदाहरण :- न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपज का विक्रय या तो वर्तमान भूमि स्वामी द्वारा किया जायेगा अथवा उसके द्वारा अधिकृत व्यक्ति द्वारा किया जायेगा ।
- कृषक पंजीयन में मृतक कृषि भूमिस्वामी का नाम हटा दिया जायेगा और उसके स्थान पर वारिसान का नाम आ जायेगा ताकि वर्तमान भूमिस्वामी को उक्त भूमि संबंधित योजना का लाभ मिल सके। उदाहरण :- यदि किसी A नाम के कृषि भूमिस्वामी की मृत्यु हो गई है और B उसका वारिसान है. तो जब तक हम B को उक्त कषि भूमिस्वामी के रूप में पंजीयन करेंगे और उनके लाभ मिलेगा।
किसान कार्ड छ:ग में बनाने का नियम 2025
नीचे फोटो में कौन किसान का पंजीयन करना है और किसका नहीं करना है, के बारे में बताया गया है, इसलिए पंजीयन करने और कराने के पहले नीचे दिए गए निर्देश को जरूर पढ़ें और इसके अनुसार अपना पंजीयन कराएं, ताकि भविष्य में आपको परेशानी ना हो।
छत्तीसगढ़ किसान आइडी (Farmer id) के लिए Online आवेदन करने का स्टेप बाइ स्टेप विधि
STEP-1
सबसे पहले आपको Agristack के ऑफिसियल वेबसाईट गूगल में सर्च करना होगा। या आप इस लिंक से डायरेक्ट जा सकतें हैं- Click Here to farmer id online registration । उसके बाद निम्न प्रकार का होम पेज खुलेगा। जिसमें से Farmer पर क्लिक करना है।
STEP-2
अगर आप पहले बार पंजीयन कर रहें हैं तो आपको Create New User Account पर क्लिक करना है।

STEP-3

STEP-4
STEP-5
STEP-6
STEP-7
STEP-8
STEP-9
STEP-10
STEP-11
STEP-12
STEP-13
STEP-14
STEP-15
STEP-16
STEP-17
STEP-18
STEP-19
STEP-20
STEP-21
STEP-22
STEP-23
STEP-24
STEP-25
STEP-26
पंजीयन पूर्ण होने के तुरंत बाद आपका पंजीयन क्रमांक आपके मोबाईल में आ जाएगा। जैसे नीचे दिखाया गया है। इसके माध्यम से लॉगइन कर आपका फार्मर आइडी कहाँ तक पहुंचा है, मतलब बना है कि नहीं यह चेक कर पाएंगे।
STEP-27
नोट: Online फार्म भरने के बाद अगर अप्रूवल नहीं होता है तो सभी आवश्यक दस्तावेज पटवारी के पास जमा करना है, उसके बाद पटवारी आपके दस्तावेज का निरीक्षण कर पात्र पाए जाने पर अप्रूवल करेंगे। उसके बाद किसान को किसान परिचय पत्र (Farmer id) जारी होगा। जिसका सभी जानकारी सही हैं उन किसानों ऑनलाईन पोर्टल द्वारा सेल्फ अप्रूवल भी किया जा रहा है।
जिनका अप्रूवल हो जा रहा है, उनका वेबसाईट में चेक करने पर निम्न तरह से अप्रूव्ड करके दिखाता है।

फार्मर रेजिस्ट्री (किसान कार्ड) बनाते समय आने वाली परेशानी
- इसमें सबसे मुख्य समस्या है- जमीन का फेच नहीं होना। इसके लिए फेच land करने के बाद लिस्ट में मेरा नाम नहीं है (My name is not there in the list of owner) पर क्लिक करना है। इसके बाद निम्न प्रकार से अगला पेज खुलेगा, जिसमें पुनः खसरा नंबर पर क्लिक करके बाहर क्लिक करना है। उसके बाद नाम वाले डिब्बे पर * का चिन्ह आएगा। जिसे क्लिक करना है। उसके बाद उस खसरे का पूरा डीटेल आ जाएगा। नीचे कुछ स्क्रीनशॉट दिया जा रहा है। जिसे देखकर आप आसानी से समझ सकते हैं।
- 1 से 1.5 साल पहले का सभी जमीन का सहीं-सहीं पंजीयन हो रहा है, लेकिन 1-1.5 साल के अंदर का नए जमीन को पोर्टल सहीं से नहीं ले रहा है, ऐसे नए किसान अभी कुछ दिन रुक कर पंजीयन कराएं। अभी पोर्टल में सुधार का कार्य चल रहा है, बहुत जल्द सुधार पूर्ण होने का अनुमान है।
- किसानों का पंजीयन कराने के बाद मिले हुए पावती में अपनी जानकारी पुनः अच्छी तरह चेक करना चाहिए, अगर कोई भी जानकारी छूट गई हो या गलत एंट्री हो गई हो तो पटवारी से तुरंत मिलकर अपना पंजीयन निरस्त करवाना चाहिए और पुनः नया अनलाइन पंजीयन करना चाहिए। इसके अलावा अगर आपको अप्रूवल के बाद पता चले तो भी आप अपनी कोई भी जानकारी में लॉगइन करके सुधार कर सकतें हैं।
- कुछ किसानों का रकबा 0 दिखाता है, ऐसे किसानों को अभी कुछ दिन पंजीयन नहीं कराना चाहिए, कुछ दिनों बाद पुनः कोशिश करना चाहिए। कई बार यह रकबा 0 का समस्या आपके नेटवर्क प्रॉब्लेम के कारण से भी होता है, इसलिए जहां इंटरनेट फास्ट हो, वहाँ जाकर online करें।
- कुछ गांवों या शहरों का नाम नहीं दिखाता है, ऐसे में पटवारी या कृषि अधिकारी को तुरंत सूचना देना चाहिए।
- कुछ गाँव में महल नंबर या भाग 1, 2 वाला समस्या है, जिसके कारण से उस गाँव के किसानों का फार्मर आइडी नहीं बन पा रहा है। ऐसे में कुछ दिन इंतजार करें, जल्दबाजी में गलत या अधूरी जानकारी के साथ online ना कराएं।
- इसी तरह आप किसी भी राज्य के किसी भी गाँव के किसान हो, इसी तरह इस समस्या का समाधान कर सकते हैं।
- कई बार किसान के पास 2 या 3 ऋण पुस्तिका होता है, जिसमें से 1 ऋण पुस्तिका का सभी खसरा नंबर को पोर्टल सहीं लेता है और दूसरे ऋण पुस्तिका के खसरा और रकबा को गलत लेता है, ऐसे में पंजीयन ना कराएं।
- कुछ किसानों का संयुक्त ऋण पुस्तिका में एक भाई का पंजीयन के बाद जब दूसरे हिस्सेदार भाई भी पंजीयन कराने की कोशिश करता है तो, This survey number already added करके आता है। मतलब इस खसरा नंबर में पंजीयन पहले से हो चुका है, बताता है। तो पटवारी से मिलकर सभी के नाम को अलग-अलग क्रमबद्ध online करने बोलें । उसके बाद संसोधन कर पंजीयन कराया जा सकता है।
किसान कार्ड बनवाने से संबंधित सवालों का सहीं जवाब
1. सवाल:- जिनके आधार कार्ड में अलग नाम है और ऋण पुस्तिका में अलग नाम है, तो किसे सहीं मानना है?
जवाब:- आधार कार्ड में जैसे नाम है, पोर्टल में वैसा ही एंट्री होगा। लेकिन ऋण पुस्तिका उसी का होना चाहिए, भले ही नाम में थोडी बहुत त्रुटि हो।
2. सवाल:- अगर जमीन नाबालिक बच्चे के नाम से है या ऋण पुस्तिका में नाबालिक लिखा है, संसोधन नहीं कराया गया है तो क्या करना है?
जवाब:- उम्र को लेकर कोई परेशानी नहीं है, बच्चे के नाम से पंजीयन करा सकतें हैं।
3. सवाल:- अगर कोई शासकीय नौकरी में है या बड़े व्यवसाय वालें हैं तो क्या करें?
जवाब:- सभी का बनना है? किसान कार्ड जरूर बनवाना चाहिए।
4. सवाल:- अगर किसी किसान का मृत्यु हो गया हो और फौती नहीं उठा हो तो कैसे करें?
जवाब:- पटवारी से बात करें, नियमानुसार जो उत्तराधिकारी बनेंगे, उनके नाम से पंजीयन करा सकतें हैं। बाद में वह जमीन उसी के नाम से आना है, तो कोई परेशानी नहीं है। या तुरंत फ़ाउती उठवा लेना चाहिए।
5. सवाल:- Online करते समय किसी का पूरा खसरा नंबर या रकबा नहीं आ रहा है, तो क्या करें?
जवाब:- अभी पंजीयन ना कराएं, कुछ दिनों बाद पुनः कोशिश करें, पोर्टल पर अभी सुधार का कार्य चल रहा है।
6. सवाल:- कुछ किसान का आधार में मोबाईल नंबर लिंक नहीं है या भूल गए हैं, या वह सिम स्थायी रूप से बंद हो गया है, तो क्या करें?
जवाब:- इसके लिए आधार में मोबाईल नंबर लिंक होना जरूरी नहीं है। ऐसे किसान अपने अंगूठा लगाकर किसान कार्ड बनवा सकतें हैं।
7. सवाल:- जिनके पास राशन कार्ड नहीं है तो किसान कार्ड बनवाने के लिए क्या करें?
जवाब:- अगर है तो राशन कार्ड जरूर देना चाहिए और अगर नहीं है तो अनिवार्य नहीं है। बिना राशन कार्ड के भी इसे बनवा सकतें हैं।
8. सवाल:- अगर किसान कार्ड पंजीयन करते समय कोई चीज गलत एंट्री हो गई हो या छूट गया हो कैसे सुधारें?
जवाब:- जैसे आपका पंजीयन पटवारी द्वारा अप्रूव कर दिया जाएगा, उसके बाद आप अपने पंजीकृत मोबाईल नंबर से OTP के माध्यम से लॉगइन करके अपने जो भी जानकारी में सुधार करना चाहें, आसानी से कर सकतें हैं। इसके लिए हमारा यह लेख जरूर पढ़ें- How to Check Kisan Card Status CG 2025 (किसान कार्ड बना है कि नहीं चेक करें)
9. सवाल:- पति पत्नी दोनों के नाम से जमीन है तो क्या दोनों का किसान कार्ड बनेगा?
जवाब:- हाँ। दोनों के नाम से अलग-अलग कार्ड बनेगा।
10. सवाल:- किसान कार्ड का ऑफिसियल लिंक क्या है?
जवाब:- https://cgfr.agristack.gov.in/farmer-registry-cg/#
11. सवाल:- किसान कार्ड का अंतिम तिथि क्या है?
जवाब:- वैसे तो इसका अभी अंतिम तिथि घोषित नहीं किया गया है, लेकिन जिला प्रशासन के अनुसार 31 मार्च 2025 तक जल्द से जल्द सभी किसानों को पंजीयन कराने हेतु निर्देशित किया गया है।
12. सवाल:- कुछ किसानों का बी 1 में जमीन और हिस्सेदारों का नाम सहीं है, लेकिन फार्मर रेजिस्ट्री पोर्टल में पुराना डाटा दिखा रहा है?
जवाब:- अभी पोर्टल में सुधार चल रहा है। कुछ दिनों बाद पुनः कोशिश करें। 1 साल के भीतर हुए नामांतरण को अभी पोर्टल नहीं ले रहा है।



Refference: https://cgfr.agristack.gov.in/ वेबसाईट
फार्मर आइडी संबंधित शासन का निर्देश-PDF Download