Kisan Card CG Online Apply
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फार्मर रेजिस्ट्री क्या है?
इसे फार्मर रजिस्ट्री भी कहते हैं. यह केंद्र के agristack योजना के तहत पुरे देश में बनाया जा रहा है. इस लेख में हम इस योजना के महत्व, अपने मोबाइल से इस किसान कार्ड को स्वयं बनाने की विधि और बनाते समय आने वाली परेशानी के बारे में चर्चा करेंगे. इसे वास्तविक में फार्मर रजिस्ट्री कहते हैं, लेकिन लोकल बोल चाल के भाषा में इसे किसान कार्ड भी कह दे रहें हैं.
कृषक पंजीयन एक डिजिटल रिकॉर्ड है जिसमें किसानों और उनकी जमीन की जानकारी होती है। यह भू-अभिलेख (जमीन के सरकारी रिकॉर्ड) से अलग है, क्योंकि इसमें सिर्फ जमीन ही नहीं, बल्कि किसानों से जुड़ी और भी जानकारी होती है।
इस लेख का मुख्य उद्देश्य:
- किसानों को किसान कार्ड बनवाने के लिए प्रोत्साहित करना।
- किसान कार्ड बनवाने के लाभों के बारे में जानकारी देना।
- किसान कार्ड बनवाने की अंतिम तिथि के बारे में बताना।
- किसान कार्ड बनवाने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी देना।
किसान कार्ड बनवाना क्यों जरुरी है?
यह लेख किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है। इसमें किसानों को किसान कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया गया है, ताकि वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें।
किसान कार्ड बनवाने का शुल्क कितना है?
अगर आप किसी भी लोक सेवा केंद्र( CSC) से यह कार्ड बनवाएंगे तो शासन के निर्देशानुसार यह फ्री में बनना है। इसके लिए आपसे, कोई भी लोक सेवा केंद्र वाले शुल्क नहीं ले सकते। आपके एक किसान कार्ड बनाने के एवज में शासन लोक सेवा केंद्रों को 15 रुपये प्रति कार्ड दे रही है। यह पैसा उनके CSC आइडी में डायरेक्ट आता है।
किसान कार्ड बनवाने के लाभ:
- प्रधानमंत्री किसान निधि की राशि प्राप्त करना।
- किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना।
- बैंक से लोन लेना।
- सोसायटी से खाद बीज लेना।
- सोसायटी में धान बेचना।
- केंद्र सरकार और राज्य सरकार की सभी योजनाओं का लाभ उठाना।
- ये समझे की अब किसानों का सभी जानकारी ऑनलाइन और एक जगह रहेगा. जैसे व्यक्तिगत पहचान के लिए आधार कार्ड लगता है वैसे ही किसानो के पहचान के लिए अब किसान कार्ड लगेगा.
- इस किसान id में किसान को मिलने वाले सभी योजनाओं की जानकारी रहेगी.
- भविष्य में जमीन खरीदी-बिक्री सभी कार्यों में यह कार्ड लगेगा. जैसे जमीं की खरीदी बिक्री होगी. यह id में सुधार अपने आप हो जायेगा. अलग से कुछ नहीं करना पड़ेगा.
- यह id किसान के आधार कार्ड और भुइय्य से लिंक रहेगा और आधार कार्ड किसान के बैंक खाता, पेन कार्ड, सभी योजनाओं से पहले से लिंक है. इस तरह यह कार्ड में सब कुछ अपने आप लिंक हो जायेगा.
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का अब तक 19 क़िस्त का भुगतान किया जा चूका है, लेकिन आगामी 20 वी क़िस्त का भुगतान इस किसान कार्ड के माध्यम से होना है। मतलब अगर कोई किसान इस कार्ड को नहीं बनवाता है तो उनको आगामी क़िस्त नहीं मिलेगा. इसलिए सभी किसना इसे जरुर बनवाएं.
- सरकारी योजनाओं का लाभ: सरकार किसानों के लिए कई योजनाएं चलाती है। कृषक पंजीयन से सही किसानों तक योजनाओं का लाभ पहुंचता है।
- आसान और तेज: जमीन के रिकॉर्ड में बदलाव होने पर कृषक पंजीयन अपने आप अपडेट हो जाता है, जिससे किसानों को बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते।
- अधिक जानकारी: इसमें किसानों की जाति, आय, परिवार, मोबाइल नंबर, पैन नंबर जैसी जानकारी भी होती है, जिससे सरकार को किसानों की बेहतर मदद करने में आसानी होती है।
- मृतक किसानों के वारिसों को लाभ: अगर किसान की मृत्यु हो जाती है, तो उनके वारिसों का नाम तुरंत दर्ज हो जाता है, जिससे उन्हें योजनाओं का लाभ मिलता रहता है।
- सरल शब्दों में, कृषक पंजीयन किसानों के लिए एक डिजिटल पहचान पत्र की तरह है, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सके।
किसान कार्ड बनवाने की अंतिम तिथि:
31 मार्च 2025. अंतिम तिथि का इंतजार ना करें. उस समय सर्वर डाउन होने का सम्भावना बहुत अधिक होता है. इसलिए जल्द बनवा लेवें।
किसान कार्ड बनवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज:
- ओरिजिनल ऋण पुस्तिका या बी -1
- कोई भी चालू मोबाइल नंबर – इसमें otp आएगा. ध्यान दें-एक मोबाइल नंबर से सिर्फ एक कार्ड बनेगा.
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड (अगर हो तो दे सकते हैं, लेकिन अनिवार्य नहीं है)
- इसके लिए कोई अलग से ऑफलाइन फॉर्म नहीं भरना है, सब कुछ ऑनलाइन होना है.
- उपरोक्त सभी ओरिजिनल लेकर लोक सेवा केंद्र जाना है, फोटोकॉपी कराने की आवश्यकता नहीं है.
किसान कार्ड (Kisan Card CG) किन किसानों का बनेगा और किसका नहीं? पात्रता
- कृषक पंजीयन में केवल कृषि भूमिस्वामी ही नहीं बल्कि पशुपालक, मत्स्यपालक भी शामिल होते हैं।
- अगर किसी कृषक का मृत्यु हो गया है तो मृतक कृषि भूमिस्वामी का नाम हटाकर उनके उत्तराधिकारी वारिस का नाम से किसान कार्ड बनेगा। भले ही उनका फौती अभी नहीं उठा हो. लेकिन सलाह रहेगा की ग्राम के सचिव और पटवारी से मिलकर जल्द जल्द फौती उठ्वायें.
- सभी हिस्सेदारों का अलग-अलग किसान कार्ड बनेगा. सभी के पंजीयन के दौरान उस ऋण पुस्तिका में शामिल सभी खसरा नंबर को चयन करना है। इसमें % भागीदारी के हिसाब से पंजीयन होगा। जैसे- किसी संयुक्त खाते वाले ऋण पुस्तिका में 5 किसानों का नाम है और उनके ऋण पुस्तिका में 3 खसरा नंबर है, तो ऐसे में 5 किसानों का अलग-अलग पंजीयन होगा और सभी के पंजीयन में 3 खसरा और उसका रकबा एंट्री होगा। इसमें % भागीदारी 5 किसान के अनुसार 20% अपने आप वेबसाईट ले लेगा या Equal Share लिखाएगा।
- अगर कोई जमीन किसी नाबालिक के नाम से है तो भी उसी के नाम से किसान कार्ड बनेगा. इसमें उम्र का कोई समस्या नहीं है.
- अगर कोई शासकीय या निजी नौकरी में हैं तो भी उनका किसान कार्ड बनेगा.
किसान कार्ड बनवाते समय आने वाली समस्या और उसका समाधान:
- किसान कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो किसानों को कई सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करता है।
- किसान कार्ड बनवाने के लिए किसानों को अपने नजदीकी च्वाइस सेंटर/लोक सेवा केंद्र में जाना होगा।
- किसान कार्ड बनवाने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 है, इसलिए किसानों को जल्द से जल्द अपना किसान कार्ड बनवा लेना चाहिए।
- इसे किसान भाई स्वयं अपने मोबाइल से भी बना सकते हैं. लेकिन इसके लिए आधार से मोबाइल नंबर लिंक होना जरुरी है. अगर आधार से मोबाइल नंबर लिंक नहीं है तो उनको लोक सेवा केंद्र जाकर बनवाना पड़ेगा. वहां आधार से मोबाइल लिंक होने या ना होने से कोई समस्या नहीं है.
- एक मोबाईल नंबर सिर्फ एक बार उपयोग होगा।
- अगर किसी किसान भाई का पुरे जमीन को पोर्टल सहीं से नहीं ले रहा है, खसरा नंबर या रकबा आगे पीछे ले रहा है. तो गलत जानकारी भरकर किसान कार्ड ना बनवाएं. इसे अपने पटवारी से संपर्क करें. जो गलती रहेगी, उसे वह सुधारकर ऑनलाइन करेंगे.
- इसके बाद भी कई समस्या जैसे- पिछले 1-1.5 साल के अंदर हुए नामांतरण, बँटवरा, खरीदी बिक्री वाले कुछ किसानों के जमीन को पोर्टल सहीं से लेता नहीं है, जबकि बी-1 में जमीन सहीं दिखाई देता है। तो ऐसे केस में किसान को अभी तुरंत किसान कार्ड नहीं बनवाना चाहिए। अभी पोर्टल पर सुधार का का कार्य किया जा रहा है। कुछ दिनों बाद पुनः कोशिश करें।
- कुछ किसानों का संयुक्त खाते में रकबा 0 दिखा सकता है, जबकि बी 1 में सब सहीं होगा, यह पोर्टल की गड़बड़ी है। कुछ दिनों बाद पुनः कोशिश करें।
- कुछ किसान ऐसे होंगे, जिनके ऋण पुस्तिका में पिता का नाम होगा और आधार कार्ड में पति का नाम, ऐसे किसानों को अपना आधार कार्ड के हिसाब से पति के नाम से फॉर्म भरें। कोई समस्या नहीं है।
- कुछ किसान ऐसे होंगे जिनका जमीन एक से अधिक गाँव में होगा, ऐसे किसानों का सभी गाँव के जमीन को ऐड करना है।
- अगर जमीन किसी नाबालिक के नाम से होगा तो उस जमीन को माता-पिता के नाम से चढ़ाकर किसान कार्ड नहीं बनाना है, नाबालिक के नाम से अलग से किसान कार्ड बनेगा।
- अगर कोई किसान दिव्यांग है तो उनका डीटेल इस कार्ड में अनिवार्य रूप से डालना है।
- अगर किसान कार्ड online कराते समय किसी भी प्रकार का समस्या पता चले तो जल्दबाजी ना करें। कृषि विभाग के अधिकरी या पटवारी से तुरंत संपर्क कर समस्या से अवगत कराएं।
- कुछ संयुक्त खाता धारक किसानों का अनलाईन करते समय, पोर्टल में सभी हिस्सेदारों का नाम एक साथ खुलता है, कृषक चयन करने का विकल्प नहीं होता, जैसे- रमेश सुरेश कमलेश राजेश पिता सोनदास, तो ऐसे में पंजीयन नहीं कराना है। अगर ऐसे में किसी एक का पंजीयन कर देने से अन्य हिस्सेदारों का पंजीयन नहीं हो पाएगा, पोर्टल उक्त खसरे को पहले से पंजीकृत है, ऐसा बोलेगा। अगर हिस्सेदार किसानों का अलग-अलग नाम खुलता है, जिससे उस किसान का नाम चयन करने का विकल्प हो तो ही पंजीयन करना है।
जैसे- रमेश पिता सोनदास
सुरेश पिता सोनदास
कमलेश पिता सोनदास
राजेश पिता सोनदास।
- और अधिक जानकारी के लिए अपने गाँव या शहर के पटवारी या कृषि अधिकारी से संपर्क करें.
Kisan Card CG Online Apply to Mobile
इसके लिए आपके आधार कार्ड में चालू वाला मोबाइल नंबर का जुडा होना बहुत जरुरी है, क्योंकि 2 बार आधार otp आता है.
इसके लिए कोई मोबाइल एप्लीकेशन नहीं बना है, इसलिए WHATSAPP में आने वाले फर्जी एप्प को डाउनलोड ना करें. आप ठगी का शिकार हो सकतें हैं . सतर्क रहें. ऐसे समय में ठग लोग एक्टिव हो जाते हैं. यह कार्ड सिर्फ वेबसाइट से बनेगा. जिसका लिंक मैं निचे दे रहा हूँ.
छत्तीसगढ़ फार्मर रजिस्ट्री ऑफिसियल लिंक- Click Here
उपरोक्त लिंक में क्लिक करने के बाद निम्न प्रकार से ऑफिसियल वेबसाइट खुलेगा, उसके बाद मोबाइल को डेस्कटॉप मोड पर रखना है. ताकि सभी आप्शन अच्छे से खुले.

इसके बाद आपको lOG in as में official पर हरे रंग में सेलेक्ट हुआ मिलेगा, जिसे Farmer पर क्लिक करना है. उसके बाद Create new user करके निचे आप्शन आएगा. जिसे क्लिक करना है. उसके निम्न तरह अगला पेज खुलेगा.

उपरोक्त Enter your aadhar number लिखा है, उसमें क्लिक करना है. और उसमें आधार नंबर डालना है. उसके बाद निचे submit बटन पर क्लिक करना है. फिर आपके आधार लिंक मोबाइल नंबर पर 6 अंको का आधार OTP आएगा जिसे डालना है, फिर उसे verify करना है . उसके बाद आपका नाम/पिता का नाम/पता आदि सभी डिटेल खुल जायेगा. जैसे –

इसके बाद निचे अपना मोबाइल नंबर डालना है, उसके बाद उसमें 6 अंको का 00 से स्टार्ट वाला OTP आएगा जिसे डालना है. जैसे-

उसके बाद निचे अपना पासवर्ड बनाना है. इस पासवर्ड से फिर आगे किसान कार्ड बनाने के लिए लॉग इन करना है. पासवर्ड डालने के बाद Create my account पर क्लिक करना है. उसके बाद पुनः वेबसाइट शुरू से ओपन करना है. और इसबार अपने मोबाइल नंबर और बनाये गए इस पासवर्ड से लॉग इन करना है. उसके बाद आपसे पूछेगा की क्या आप मोबाइल नंबर बदलना चाहते हैं, तो आपको No करना है. उसके बाद इस तरह से पेज खुलेगा.

इसमें सभी आवश्यक जानकारी जैसे- हिंदी में किसान का नाम, उसके पिता का नाम और एड्रेस सभी को लोकल लैंग्वेज मतलब हिंदी में भरना है. उसके बाद land owner detail में owner सेलेक्ट करना है. उसके बाद निचे आपका जिन गांवों में जमीन है, उस गाँव के जमींन को चढ़ाना है. उसके बाद निचे family डिटेल में अपना राशन कार्ड का नंबर डालना है. उसके बाद निचे 3 चेक बॉक्स है, जिसमें राईट करना है और सभी डिटेल चेक करके save बटन पर क्लिक करना है.
इसके बाद अंत में ekyc वाला पेज खुलेगा, जिसमें पुनः अपना आधार नंबर डालना है और OTP भेजना है, इस OTp को डालने के बाद save करना है. इस तरह आपका किसान कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन पूर्ण हो जायेगा. पंजीयन नंबर को लिखकर रख लेना है.
किसान कार्ड ऑनलाइन कराने के बाद क्या होगा? कैसे बनेगा?
- पंजीकरण का सत्यापन: सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) ऑपरेटरों द्वारा किए गए किसान पंजीकरणों का सत्यापन हल्का पटवारी करेंगे।
- सत्यापन का आधार: पटवारी उन किसानों का सत्यापन करेंगे जिनके राजस्व रिकॉर्ड (भू-अभिलेख) और आधार कार्ड के मिलान का स्कोर 80% से कम है।
- दस्तावेजों की जांच: पटवारी पंजीकरण से संबंधित सभी दस्तावेजों और आधार कार्ड नंबर की जानकारी की जांच करेंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दर्ज की गई जानकारी सही है।
- अंतिम स्वीकृति: सत्यापन के बाद, पटवारी पंजीकृत किसानों के रिकॉर्ड को स्वीकृत करेंगे, जिसके बाद ही किसान पहचान पत्र (Farmer ID) या किसान कार्ड बन पाएगा।
- लेकिन जिन किसानों का नाम मैच स्कोर 80% से अधिक है, उनका Approval अपने आप वेबसाइट के माध्यम से होगा और कार्ड बनेगा.
- लोक सेवा केंद्र में जाकर online फॉर्म भरने के बाद, कहीं और कोई फॉर्म जमा नहीं करना है।
- जब पटवारी द्वारा आपके online भरे गए फॉर्म का जांच कर अप्रूवल किया जाएगा, तो आपके पंजीकृत मोबाईल नंबर में इसका SMS आएगा। आप अप्रूवल के बाद पुनः इसके ऑफिसियल वेबसाईट में login करके जानकारी देख सकतें हैं। कार्ड कैसे बनेगा? अप्रूवल स्टैटस कैसे चेक करें? इसके बारे में हमने विस्तृत लेख लिखे हैं, जिसे आप नीचे दिए लिंक से पढ़ सकतें हैं।
How to Check Kisan Card Status CG 2025 (किसान कार्ड बना है कि नहीं चेक करें)
निष्कर्ष : कृषक पंजीयन किसानों के लिए एक विस्तृत डिजिटल रिकॉर्ड है, जिसमें उनकी जमीन के साथ-साथ उनकी व्यक्तिगत और आर्थिक जानकारी भी होती है। यह भू-अभिलेख से अधिक व्यापक है और किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में मदद करता है।
Read More : किसान कार्ड छत्तीसगढ़: मोबाइल से ऑनलाइन स्वयं बनाये और जाने इस कार्ड का लाभ 2025
Farmer ID Online CG: मोबाईल से स्वयं पंजीयन कर कार्ड बनाएं (कार्ड की सम्पूर्ण जानकारी 2024)
धारा 115 क्या है?
किसान रजिस्ट्री 2025 के संदर्भ में, यह राजस्व संहिता की धारा 115 है, जो भूमि अभिलेखों में सुधार और संशोधनों से संबंधित है।
राजस्व संहिता में धारा 115 क्या है?
राजस्व संहिता की धारा 115 भूमि अभिलेखों में गलतियों या विसंगतियों को सुधारने की प्रक्रिया को निर्धारित करती है। यह धारा उन मामलों में लागू होती है जहां भूमि के स्वामित्व, क्षेत्रफल, या अन्य विवरणों में त्रुटियां होती हैं।
इस धारा की मुख्य बातें:
* सुधार का अधिकार: धारा 115 के तहत, राजस्व अधिकारी भूमि अभिलेखों में पाई गई गलतियों को सुधार सकते हैं।
* आवेदन: कोई भी व्यक्ति जिसके भूमि अभिलेखों में गलती है, वह सुधार के लिए राजस्व अधिकारी को आवेदन कर सकता है।
* जांच: राजस्व अधिकारी आवेदन की जांच करेंगे और आवश्यक साक्ष्य एकत्र करेंगे।
* संशोधन: यदि गलती साबित हो जाती है, तो राजस्व अधिकारी भूमि अभिलेखों में आवश्यक संशोधन करेंगे।
* अपील: यदि कोई व्यक्ति राजस्व अधिकारी के निर्णय से असंतुष्ट है, तो वह उच्च अधिकारियों के पास अपील कर सकता है।
किसान रजिस्ट्री 2025 में धारा 115 का महत्व
किसान रजिस्ट्री 2025 का उद्देश्य भूमि अभिलेखों को अद्यतन और सटीक बनाना है। धारा 115 इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, क्योंकि यह किसानों को अपने भूमि अभिलेखों में गलतियों को सुधारने का अवसर प्रदान करती है।
उदाहरण के लिए:
* यदि किसी किसान के भूमि अभिलेखों में उसके नाम की स्पेलिंग गलत है, तो वह धारा 115 के तहत सुधार के लिए आवेदन कर सकता है।
* यदि किसी किसान के भूमि अभिलेखों में उसके भूमि का क्षेत्रफल गलत दर्ज है, तो वह धारा 115 के तहत सुधार के लिए आवेदन कर सकता है।
महत्वपूर्ण नोट:
* धारा 115 एक जटिल कानूनी प्रावधान है। यदि आपको अपने भूमि अभिलेखों में सुधार करने की आवश्यकता है, तो मैं आपको एक योग्य राजस्व वकील से परामर्श करने की सलाह देता हूं।
अस्वीकरण
यह ब्लॉग पोस्ट केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। यह कानूनी या वित्तीय सलाह नहीं है। यह जानकारी किसानों को किसान रजिस्ट्री 2025 प्रक्रिया को समझने और अपनी भूमि को पंजीकृत करने में मदद करेगी। यदि आपके कोई और प्रश्न हैं, तो कृपया अपने स्थानीय राजस्व या कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क करें।
किसान कार्ड बनवाने को लेकर आपके सवालों का जवाब
किसान रजिस्ट्री 2025: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं।
किसानों के लिए भूमि पंजीकरण प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए, सरकार ने किसान रजिस्ट्री 2025 शुरू की है। इस प्रक्रिया के बारे में किसानों के मन में कई सवाल होते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम कुछ सबसे आम प्रश्नों और उनके उत्तरों पर चर्चा करेंगे। नीचे दिए गए सवालों का जवाब का PDF file यहाँ से डाउनलोड कर सकतें हैं। प्रश्नावली किसान रजिस्ट्री 2025 part 1
यदि एग्रीस्टैक पोर्टल में किसी विवाहित महिला की कृषि भूमि का पंजीकरण करते समय आधार में उनके पति का नाम पहचानकर्ता के रूप में है और भूमि पंजीकरण के विवरण में उनके पहचानकर्ता के नाम में अगर पिता का है तो क्या ऐसी स्थिति में पंजीकरण होगा?
नहीं, ऐसी स्थिति में पंजीकरण नहीं होगा। किसानों को अपने ग्राम के पटवारी के द्वारा धारा-115 के अंतर्गत भू-स्वामी संशोधन करा कर नाम पृथक कराने पड़ेंगे।
क्या नगरीय महल ग्राम की कृषि भूमि का पंजीकरण करेंगे?
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देशानुसार ऐसे ग्रामों की कृषि भूमि का पंजीकरण नहीं होगा।
यदि एग्रीस्टैक पोर्टल में पटवारी या तहसीलदार आईडी लॉगिन संबंधी समस्या आ रही है तो इसका निराकरण कैसे किया जायेगा?
यदि एग्रीस्टैक पोर्टल में लॉगिन संबंधी समस्याएं आती हैं तो लॉगिन प्रक्रिया कि स्क्रीन रिकॉर्डिंग एवं स्क्रीन शॉट के माध्यम से एग्रीस्टैक की टीम के प्रभारी से संपर्क करेंगे। और उनके द्वारा बताये गये निर्देशों का पालन करेंगे।
एग्रीस्टैक पोर्टल में अप्रूवल करते समय भूमि संबंधी “नेम-मैच स्कोर” का रोल क्या रहेगा?
यदि नेम-मैच स्कोर 80 प्रतिशत से अधिक है तो वह सिस्टम ऑटो अप्रूव हो जाएगा।
यदि नेम-मैच स्कोर 70 से 80 प्रतिशत के बीच है तो अप्रूवल पटवारियों द्वारा किया जाएगा।
यदि नेम-मैच स्कोर 70 प्रतिशत से कम है तो 2 लेवल का अप्रूवल होगा:
लेवल 1 पटवारियों के द्वारा
लेवल 2 तहसीलदारों के द्वारा
यदि एग्रीस्टैक पोर्टल पंजीकरण करते समय किसान की भूमि का क्षेत्रफल शून्य दिखा रहा है?
संभावित कारणों के वजहों से ऐसा हो सकता है:
शामिल खसरा हो सकता है।
रिकॉर्ड त्रुटिपूर्ण हो सकता है।
एग्रीस्टैक पोर्टल से डेटा फेच होने में त्रुटि।
आधार से मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड नहीं है। इस स्थिति में पंजीकरण कैसे होगा?
नजदीकी वॉइस सेंटर के माध्यम से पंजीकरण करवाएंगे। वॉइस सेंटर के पास बायोमेट्रिक मशीन होती है जिससे ऐसे किसानों का पंजीकरण संभव है।
यदि एग्रीस्टैक पोर्टल में तहसील अ के ग्राम तहसील ब में प्रदर्शित हो रहे हैं या कुछ ग्राम प्रदर्शित नहीं हो रहे हैं ऐसी स्थिति में पंजीकरण कैसे संभव होगा?
आयुक्त भू-अभिलेख विभाग के जिला प्रभारी (असिस्टेंट प्रोग्रामर) से संपर्क कर ग्रामों के एल.जी. कोड की जांच करवाएं।
एग्रीस्टैक पोर्टल में “सेव एस ड्राफ्ट” को डिलीट करने का क्या प्रावधान है?
अभी तक पोर्टल ड्राफ्ट के रूप में सेव मामलों को हटाने का कोई प्रावधान नहीं है। जब भी यह सुविधा उपलब्ध होगी, हम आपको अपडेट करेंगे।
यदि एग्रीस्टैक पोर्टल में पटवारी/तहसीलदार आईडी में अप्रूवल करते समय कौन से नेम-मैच स्कोर की जांच करना है?
किसान पंजीकरण में भूमि विवरण में जो नेम-स्कोर प्राप्त होता है उसी की जांच करना है।
क्या एग्रीस्टैक पोर्टल में पटवारी/तहसीलदार आईडी में अप्रूवल प्रोसेस में क्या किसान का विवरण किया जा सकता है?
नहीं।
एग्रीस्टैक पोर्टल में पंजीकरण करते समय किसान का पुराना नाम प्रदर्शित हो रहा है तो क्या किया जाए?
आपको स्क्रीन रिकॉर्डिंग के साथ एग्रीस्टैक टीम प्रभारी से संपर्क करना चाहिए और उनके अगले निर्देशों की प्रतीक्षा करनी है। पंजीकरण न करें।
क्या कोई गलत जानकारी सुधार करने का विकल्प है?
हाँ। कोई भी जानकारी सुधार किया जा सकता है, लेकिन सुधार का विकल्प अप्रूवल के बाद आता है।
अगर किसी के पास राशन कार्ड नहीं है तो क्या करें?
फार्मर रेजिस्ट्री में राशन कार्ड अनिवार्य नहीं है। लेकिन अगर उपलब्ध हो तो पंजीयन के दौरान जरूर जोड़ें।
फार्मर रेजिस्ट्री में राशन कार्ड के जगह मनरेगा जॉब कार्ड भी डाल सकतें हैं क्या?
हाँ। दोनों कार्ड से परिवार की पहचान होती है।
अगर किसी के पास मोबाईल नंबर नहीं है तो क्या करें?
कोई भी मोबाईल नंबर दे सकतें हैं। यह अनिवार्य है। कोशिश करें, दिया गया नंबर हमेशा चालू रखें। क्योंकि इसी मोबाईल नंबर से आगे पोर्टल में लॉगइन कर पाएंगे।
क्या कोई किसान किसी बैंक में kcc लोन के लिए बंधक हैं, उनको भी फार्मर आइडी बनवाना है?
हाँ।
अगर जमीन किसी नाबालिक के नाम में हो तो क्या करें?
पंजीयन उन्ही के नाम से ही होना है। भले ही वह किसान नाबालिक हो।
छत्तीसगढ़ में फार्मर रेजिस्ट्री का ऑफिसियल लिंक क्या है?
https://cgfr.agristack.gov.in/farmer-registry-cg/#/
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