रबी फसल खरीफ के फसल काटने के तुरंत बाद लगाया जाता है। इसकी बोनी 15 अक्टूबर से 15 नवंबर तक कर दी जाती है। इसे ठंड वाली फसल भी कहतें हैं।
रबी की फसलों में बीज दर कई कारकों पर निर्भर करती है जैसे कि:
- फसल की किस्म: विभिन्न किस्मों में बीज का आकार और वजन अलग-अलग होता है। हाइब्रिड बीज का बीज दर प्रमाणित बीज के तुलना कम होता है।
- मिट्टी की उर्वरता: उपजाऊ मिट्टी में कम बीज की आवश्यकता होती है। क्योंकि उपजाऊ जमीन में बीज अंकुरण दर अच्छा रहता है।
- सिंचाई: सिंचित क्षेत्रों में कम बीज की आवश्यकता होती है। सही मात्रा में पानी मिलने से ही बीजों का अंकुरण अच्छा होता है।
- क्षेत्र: विभिन्न क्षेत्रों में जलवायु और मिट्टी के प्रकार अलग-अलग होते हैं, जिसके कारण बीज दर भी भिन्न-भिन्न होती है।
निम्नलिखित तालिका में रबी की कुछ प्रमुख फसलों की अनुमानित बीज दर प्रति एकड़ दी गई है:
फसल | अनुमानित बीज दर (किग्रा/एकड़) |
---|---|
चना | 30 किलो |
गेहूं | 40 किलो |
मूंग | 8 किलो |
मसूर | 8 किलो |
उड़द | 8 किलो |
लाखड़ी | 20 किलो |
तिल | 2 किलो |
मूंगफली | 30 किलो |
सोयाबीन | 30 किलो |
अलसी सरसों कुसुम | 8 किलो 2 किलो 8 किलो |
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