पीएम-किसान योजना: कहीं आप भी तो नहीं कर रहे हैं यह गलती? अब होगी जांच और कार्रवाई!
नमस्ते किसान भाइयों और बहनों!
आप सभी को पता है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना केंद्र सरकार की एक बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है, जिसके तहत सीधे आपके बैंक खाते में हर साल 6,000 रुपये की आर्थिक मदद भेजी जाती है। यह पैसा आपको 2-2 हजार रुपये की तीन किस्तों में मिलता है, ताकि आप अपनी खेती-किसानी से जुड़े खर्चों को आसानी से पूरा कर सकें।
क्या है पीएम-किसान योजना का मुख्य नियम?
इस योजना का एक बहुत ही साफ और सरल नियम है: एक किसान परिवार से केवल एक सदस्य ही इस योजना का लाभ ले सकता है। ‘किसान परिवार’ का मतलब है पति, पत्नी और उनके नाबालिग बच्चे। यानी, अगर आपके परिवार में पति-पत्नी दोनों हैं और नाबालिग बच्चे हैं, तो उनमें से केवल एक को ही यह पैसा मिलेगा।
अब क्या हो रहा है और क्यों हो रही है जांच?
हाल ही में, भारत सरकार ने कुछ ऐसे मामले पकड़े हैं जहाँ एक ही परिवार के कई सदस्य, यानी पति और पत्नी दोनों, पीएम-किसान योजना का लाभ उठा रहे थे। यह कैसे पता चला? सरकार ने आपके आधार कार्ड का डेटा और आपके राशन कार्ड का डेटा आपस में मिलाया। इस जांच में ऐसे कई राशन कार्ड सामने आए जिनसे एक से ज्यादा पीएम-किसान लाभार्थी जुड़े हुए थे। खासकर ऐसे मामले सामने आए जहाँ पति और पत्नी दोनों के नाम योजना में दर्ज थे, और आधार के अनुसार पुरुष सदस्य का नाम महिला सदस्य के पिता/पति के नाम से मेल खाता था। ऐसे मामलों को सरकार ने ‘संदिग्ध मामले’ माना है और इनकी जांच की जा रही है।
आपको क्या करना होगा? पूरी प्रक्रिया विस्तार से समझें:
अब इन संदिग्ध मामलों की जांच के लिए सरकार ने एक खास तरीका (जिसे SOP – Standard Operating Procedure कहते हैं) तय किया है। इसमें ये कदम उठाए जाएंगे:
- आपके घर आएंगे कृषि अधिकारी: सरकार के मैदानी कर्मचारी आपके घर आकर आपसे मिलेंगे। वे आपसे बात करेंगे (साक्षात्कार लेंगे) और आपके दस्तावेजों की जांच करेंगे। यह इसलिए किया जाएगा ताकि वे यह पता लगा सकें कि आपके परिवार में कौन-कौन योजना का लाभ ले रहा है और उनके बीच क्या रिश्ता है।
- पोर्टल पर दर्ज होगा रिश्ता: जांच के बाद, मैदानी अमले पीएम-किसान पोर्टल पर यह जानकारी डालेंगे कि आपके परिवार के सदस्यों के बीच असली रिश्ता क्या है। पोर्टल पर रिश्ते के कई विकल्प दिए गए हैं, जैसे:
- पत्नी
- पति
- माता
- पिता
- बहन
- भाई
- दादी
- दादा
- देवरानी/जेठानी
- साला/जेठ
- बुआ
- चाचा
- पति-पत्नी के मामले में क्या होगा (PM Kisan Husband Wife Issue)?
- अगर जांच में यह पाया जाता है कि पति और पत्नी दोनों इस योजना का लाभ ले रहे हैं और वे वास्तव में एक ही परिवार के सदस्य हैं, तो दोनों को अस्थायी रूप से अपात्र घोषित किया जाएगा।
- अपात्र होने का कारण यह होगा कि ‘परिवार का दूसरा सदस्य पहले से ही लाभ प्राप्त कर रहा है’।
- आपके और आपकी पत्नी/पति को अब तक मिली हुई सभी किस्तों की गणना की जाएगी।
- उदाहरण के लिए: मान लीजिए पति का रजिस्ट्रेशन 1 मार्च 2019 को हुआ था और पत्नी का 4 मार्च 2019 को। अगर अब तक दोनों को 19-19 किस्तें मिली हैं (कुल 38 किस्तें), तो इसका मतलब है कि परिवार को कुल 38 किस्तें मिल चुकी हैं। ऐसी स्थिति में, पति और पत्नी दोनों को अपात्र किया जाएगा।
- महिला लाभार्थी की पुनः पात्रता: 38वीं किस्त जारी होने के बाद, यदि आपका परिवार पीएम-किसान योजना के सभी नियमों और शर्तों को पूरा करता है, तो महिला लाभार्थी को 39वीं किस्त से फिर से पात्र किया जा सकता है। लेकिन, इसके लिए कुछ और बातें भी देखी जाएंगी:
- पति और पत्नी के भूमि स्वामित्व विवरण को फिर से जांचा जाएगा।
- महिला लाभार्थी को तभी दोबारा पात्र किया जाएगा जब उनका सफल ‘फेशियल ऑथेंटिकेशन’ (चेहरे की पहचान) हो जाए।
- अगर परिवार के नहीं हैं सदस्य:
- अगर जांच में पाया जाता है कि संदिग्ध व्यक्ति पीएम-किसान योजना की परिवार की परिभाषा के अनुसार आपके परिवार का सदस्य नहीं है, तो उसे उसके वास्तविक संबंध के साथ दर्ज किया जाएगा और उचित टिप्पणी दी जाएगी।
- लाभार्थियों के भूमि रिकॉर्ड, सहायक दस्तावेज या किसान आईडी को भी पात्रता निर्धारित करने से पहले फिर से सत्यापित किया जाना चाहिए।
- अधिकारी स्तर पर मंजूरी: पति-पत्नी वाले मामलों को राज्य नोडल अधिकारी (SNO) स्तर तक मंजूरी मिलनी होगी। तभी उन्हें अपात्र माना जाएगा और पति-पत्नी दोनों के लाभ तुरंत रोक दिए जाएंगे। अगर कोई किसान परिवार पात्र पाए जाएंगे तो उनको अपात्र नहीं किया जाएगा।
समय सीमा और महत्वपूर्ण जानकारी:
- इस पूरे सत्यापन का काम 31 मई 2025 तक पूरा करना अनिवार्य है। यह तारीख पीएम-किसान पोर्टल पर भी दिखाई जाएगी।
- हर कदम की पूरी जानकारी (जैसे किस अधिकारी ने क्या किया, कब किया) दर्ज की जाएगी ताकि सब कुछ पारदर्शी रहे।
- अगर किसी लाभार्थी को लगता है कि उसे गलत तरीके से अपात्र किया गया है, तो वह ‘गलत तरीके से पति या पत्नी के रूप में चिन्हित’ श्रेणी के तहत शिकायत दर्ज कर सकता है। विवाद की स्थिति में समाधान के लिए मामला राज्य स्तरीय समिति को भेजा जाएगा।
किसान भाइयों/बहनों से अनुरोध:
अगर आपको इस संबंध में कोई जानकारी चाहिए या आपके मन में कोई सवाल है, तो आप अपने जिले के उप संचालक कृषि कार्यालय या आपके विकासखण्ड के कृषि कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। वे आपको पूरी जानकारी देंगे और आपकी मदद करेंगे।
यह सुनिश्चित करना हम सबकी जिम्मेदारी है कि पीएम-किसान योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों तक पहुंचे जो इसके वास्तविक हकदार हैं। सरकार की इस पहल में अपना सहयोग दें। धन्यवाद।
शासन का इस संबंध में जारी पत्र pdf –PM Kisan Husband Wife Issue
प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना का ऑफिसियल वेबसाईट –CLICK HERE
हमारे अन्य लेख: छत्तीसगढ़ सरकार ने जारी किए खरीफ 2025-26 के लिए खाद और बीज के शासकीय मूल्य
2 thoughts on “PM-KISAN योजना: सावधान! क्या आपके परिवार में भी आने वाला है नोटिस? जानें पूरी सच्चाई और 31 मई 2025 की डेडलाइन!”